अक्षय तृतीया पर 4 दुर्लभ महासंयोग, जानें कैसे होंगे...

9 मई अक्षय तृतीया है और इसी दिन 4 दुर्लभ संयोग भी बन रहे हैं। इस तिथि पर 46 वर्ष बाद एक साथ चार संयोग बनेंगे। अक्षय तृतीया के दिन बुध का पारगमन होने जा रहा है। इस पारागमन के दौरान तीन अन्य योग भी बनने जा रहे हैं।


वर्ष 1970 में भी 9 मई को होने वाले इन योगों की तरह ही स्थिति बनी थी। बुध और सूर्य कुंडली में एक साथ होने पर बुधादित्य योग कहलाता है। इस बार बुध का पारागमन वृषभ राशि में हो रहा है। इसलिए यह वृषभ राशि के जातकों के लिए विशेष फलकारी है।
 
बुध, शुक्र की होगी युति बना रही हैं दुर्लभ संयोग : अक्षय तृतीया के दिन मेष राशि में उच्च के सूर्य के साथ बुध और शुक्र की भी युति बनेगी। यह इस दिन सूर्य उदय से प्रारंभ होकर अगले दिन 10 मई को सुबह 4 बजकर13 मिनट तक रहेगा। इसके प्रभाव से चांडाल योग के प्रभाव से भी राहत मिलेगी।

वक्रीय चल रहे गुरु भी इस दिन शाम 5 बजकर 44 बजे से मार्गी (सीधे) हो जाएंगे। इसकी वजह से चांडाल योग के प्रभाव से लोगों को राहत मिलेगी। इस दिन मृगसिरा नक्षत्र में अमृत कुंभ योग भी बनने जा रहा है। 12 वर्ष बाद बनने वाले इस योग का निर्माण उच्च सूर्य के मेष राशि में होने पर, सोमवार का दिन और सर्वार्थ सिद्घि योग रहने से होता है। यह सुख-समृद्धि का भी कारक है। 
 
क्या होता है पारागमन : जब बुध ग्रह सूर्य और पृथ्वी के बीच से होकर गुजरता है। साथ ही सूर्य, पृथ्वी और बुध एक सीधे में आते है॥ तब सौरमंडल में बुध ग्रह सूर्य पर एक काले धब्बे (बिम्ब) के समान गुजरता हुआ दिखाई देता है।

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