(1) महालक्ष्मी यंत्र स्थापित कर कमल गट्टे की माला चढ़ाएं। सामने कमल पुष्प, सीताफल, ईख, पंचमेश इत्यादि चढ़ाकर गौघृ्त या सरसों के तेल का चौमुखा दीया लगाकर
'श्री महालक्ष्म्यै नम:' मंत्र से यथाशक्ति, यथा ज्ञानपूर्वक पूजन करें तथा कमल गट्टे की माला से 21-51-108-1008 माला जपें तथा शुद्ध घी से 1 माला हवन करें। सभी चढ़ाई हुई वस्तुएं लाल वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रखें तथा यंत्र की नित्य पूजन करें। वर्षभर समृद्धि बनी रहेगी।