Sankashti Chaturthi Sunday: द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जो सभी बाधाओं को दूर करने वाले और रिद्धि-सिद्धि के दाता हैं। इस दिन व्रत रखकर और विधि-विधान से पूजा करके भगवान गणेश को प्रसन्न किया जाता है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार इस बार फरवरी के महीने में फाल्गुन कृष्ण चतुर्थी यानि द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी व्रत रविवार, तारीख 16 फरवरी 2025 को पड़ रहा है।ALSO READ: महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं ये चीजें, रह जाएंगे भोलेनाथ की कृपा से वंचित
हिन्दू पंचांग के अनुसार हर चंद्र माह में दो चतुर्थी तिथियां पड़ती हैं। जिसमें पूर्णिमा के बाद यानि कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी तथा अमावस्या के पश्चात की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। अत: फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष चतुर्थी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इसमें संकष्टी का अर्थ, समस्त संकट से मुक्ति मिलना होता है।
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।