नौतपा की शुरुआत को लेकर विद्वानों में मतभेद है, लेकिन हम आपको सटीक जानकारी देंगे। नौतपा अर्थात 9 दिन तक धरती पर सूर्य का तपन काल रहता है। 9 दिनों तक खूब तेज गर्मी पड़ती है। नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर आती जिसके चलते तापमान बढ़ता है। ऐसे में लू लगने, डिहाइड्रेट के कारण डायरिया होने, पेचिस और उल्टियां होने की संभावना बढ़ जाती है। कई बार सिर में खून के गर्म होने से व्यक्ति की जान भी चली जाती है। आओ जानते हैं कि कब से प्रारंभ होगा नौतपा।
सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में जाने से नौतपा प्रारंभ हो जाता है : जब सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में 15 दिन के लिए प्रवेश करते हैं तो उसकी शुरुआत के 9 दिन को नौतपा कहते हैं क्योंकि इन शुरुआती 9 दिनों में धरती काफी तेज तपती है।
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार सूर्य कब जाएंगे रोहिणी नक्षत्र में : पंचांग और वेबदुनिया के एक्सपर्ट ज्योतिषियों के अनुसार सूर्यदेव 25 मई गुरुवार को रात्रि के करीब 09 बजकर 12 मिनट को प्रवेश करेंगे। यानी पुष्य नक्षत्र के साक्ष में सर्वार्थसिद्धि योग के संयोग में सूर्य देव चंद्रमा के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश करेंगे। इनके प्रवेश करते ही नौतपा प्रारंभ होगा।
कब से कब तक रहेगा नौतपा का काल : जब सूर्य 25 मई की रात्रि को रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे तो अगले दिन से नौतपा की तपन प्रारंभ होगी। अर्थात 3 से 4 जून के दौरान तक नौतपा रहेगा। मई का माह 31 दिनों का है।
वर्षा की संभावना : नौतपा में यदि वर्षा नहीं होती है और यह अच्छे से तपता है तो अच्छी वर्षा होती है। ऐसे में फसल के भी अच्छे होने के संकेत मिलते हैं। इस वर्ष नौतपा के दौरान 25 मई 26 मई का दिन सामान्य रहेगा। वही 27, 28, 29, 30 के दिन प्रचंड तेज हवा के साथ गर्मी देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही आगामी अंतिम 3 दिन 31,1 और 2 को तेज हवा के साथ उमस भरा मौसम रहने की संभावना है।