मेष और वृश्चिक के स्वामी मंगल देव मकर राशि अपनी उच्च राशि को छोड़कर शनि की मूल त्रिकोण कुंभ राशि में प्रवेश कर गए हैं....
मंगल कुंभ राशि में 18 जून 2020 तक गोचर करेंगे। कुंभ राशि के स्वामी शनि देव हैं और मंगल ग्रह शनि ग्रह को अपना शत्रु मानता है।
अगर हम गोचर की स्थिति देखें तो शनि और मंगल में तात्कालिक मित्र के योग बन रहे हैं। इसलिए यह गोचर का प्रभाव अच्छा देखने को मिलेगा। इस गोचर काल में गर्मी का असर अत्यधिक देखने को मिलेगा।
मंगल देव को पृथ्वी का स्वामी,रक्त,पराक्रम और छोटे भाई-बहन के कारक भी माना गया है।
12 राशियों पर मंगल परिवर्तन का क्या होगा प्रभाव
मेष - धन से लाभ की स्थिति बनेगी। परिवार में विवाह। प्रेम संबंध में मतभेद। कर्ज से मुक्ति।
वृष - कार्यक्षेत्र में सफलता। माता की सेहत का ध्यान रखें। प्रेम संबंध में नुकसान ,पत्नी का सहयोग।
मिथुन - पिता के साथ मतभेद, भाग्य में परिवर्तन के योग्य। मित्रों से सहयोग मिलेगा।
कर्क - धन में वृद्धि, स्वास्थ्य संबंधी परेशानी में ध्यान रखें। वाणी पर संयम रखें, वाहन से सावधानी।
सिंह - कार्यस्थल में सहयोग मिलेगा। विवाह के योग बनेंगे ।व्यापार को लाभ।
कन्या - शत्रु से भय की स्थिति बनेगी। रोगी अपने शरीर का ध्यान रखें।
तुला - मंगल पंचम में अकास्मिक धन लाभ के योग। मन चिंता में रहेगा। व्यय के योग भी हैं।
वृश्चिक - मित्रों से लाभ ,माता की सेहत का ध्यान रखें। जीवनसाथी से मतभेद हो सकता है।
धनु - पराक्रम से कार्य सिद्ध हो सकता है। रोग से मुक्ति के योग है।
मकर - धन में वृद्धि होगी। समाज में नाम कमाने के लिए उत्तम समय। संतान का ध्यान रखें।
कुंभ - धैर्य रखने से लाभ। भाई बहन से सहयोग। रोग से मुक्ति।
मीन - खर्च के योग बनेंगे। सरकार के विरुद्ध कार्य ना करें।