बुध मिथुन राशि में गोचर कर रहा है। बुध के राशि बदलते ही मेष, सिंह, कुंभ और मीन राशि वालों के जीवन में बड़े उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। आइए जानते हैं बुध का यह राशि परिवर्तन किन राशि के जातकों को फायदा पहुंचाएगा।
मेष- बुध ग्रह का गोचर आपके तृतीय भाव में है। इस समय काल में अपने लक्ष्यों को पूरा करना उनका मकसद रहेगा। किसी भी तरह का प्रयास करने में इस राशि के जातक इस दौरान हिचकिचाएंगे नहीं। मेष राशि के जातक अपने भाई-बहनों के साथ समय बिताएंगे जिससे परिवार के माहौल में भी सकारात्मकता आएगी।
बुध के इस गोचर के दौरान संचार के साधनों जैसे इंटरनेट, सोशल मीडिया के जरिए मेष राशि के जातकों को कोई अच्छी खबर इस दौरान मिल सकती है। इस समय आप अपने लोन या कर्ज भी चुका सकते हैं। पिता का खराब स्वास्थ्य आपकी चिंता का विषय बन सकता है।
वृषभ- वृषभ राशि के जातकों के धन भाव यानी द्वितीय भाव में बुध ग्रह का गोचर है। यह गोचर आपके लिए मिले-जुले परिणाम देने वाला साबित होगा। बुध के इस गोचर के दौरान आपके संचित धन में वृद्धि हो सकती है। नए बैंक खाते खोलने के लिए, लंबी अवधि के निवेश के लिए यह समय अच्छा है। आर्थिक उन्नति आपकी प्राथमिकता होगी जिससे आप अपना और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित कर पाएंगे।
इस राशि के विद्यार्थियों की बात की जाए तो धीरे-धीरे आप शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति करते जाएंगे। हालांकि अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर आप थोड़े चिंतित हो सकते हैं।
मिथुन- मिथुन राशि के जातकों के लग्न भाव यानी प्रथम भाव में बुध ग्रह का गोचर है। बुध आपके चौथे भाव जिसे विलासिता, आराम, मां और घर का कारक माना जाता है का भी स्वामी है। यह दर्शाता है कि बुध का गोचर आपके लिए अनुकूल परिणाम लेकर आएगा। व्यवसाय और नौकरी पेशा लोगों के जीवन में भी कई नए अवसर आने की संभावना है जिससे इस समय आय और आराम में वृद्धि हो सकती है।
बुध की यह अवस्था मिथुन राशि के लोगों कोई भी निर्णय लेने की अच्छी समझ देगा जिससे आप अवसरों का सही लाभ उठा पाएंगे। बुध का यह गोचर इस राशि के प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए सुखद रहेगा।
कर्क- कर्क राशि के जातकों के द्वादश भाव में बुध ग्रह का गोचर है। इस दौरान कुछ ऐसी स्थितियां पैदा हो सकती है जिनमें आपका खर्चा बढ़ जाएगा। कर्क राशि के जातकों को इस दौरान स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं इसलिए योग-ध्यान करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
तनाव को जितना हो सके खुद से दूर रखें। क्योंकि बुध की दृष्टि आपके षष्ठम भाव जिससे प्रतियोगिताओं, शत्रु, रुकावटों के बारे में विचार करते हैं पर भी पड़ रही है, इसलिए वाद-विवाद की स्थिति से इस दौरान आपको बचकर रहना चाहिए। साथ ही ऐसा कोई काम न करें जिससे कोर्ट कचहरी के चक्कर में फंस जाएं। इस दौरान लोन या उधार लेने से भी आपको बचने की जरूरत है।
सिंह- बुध ग्रह का गोचर आपके एकादश भाव में है, इसे लाभ और सफलता का भाव कहा जाता है। बुध का यह गोचर सिंह राशि के जातकों के लिए शुभ रहेगा। इस राशि के जो लोग नौकरी पेशा हैं उन्हें उच्च अधिकारियों से सम्मान की प्राप्ति होगी और कार्यक्षेत्र के हर काम में सफलता मिलेगी। वहीं जो लोग नौकरी की तलाश कर रहे हैं उन्हें अपनी मनचाही संस्था में जॉब मिल सकती है।
जातकों के लिए बहुत सुंदर धन योग का निर्माण हो रहा है। इस योग के कारण आप धन और नाम कमा सकते हैं और कई क्षेत्रों में सफलता पा सकते हैं। कारोबार में भी आपको लाभ की प्राप्ति होगी। यही नहीं अपने दोस्त और सामाजिक संपर्कों से भी आपको लाभ हो सकता है।
कन्या- बुध का गोचर कन्या राशि के जातकों के दशम भाव में है। दशम भाव से हम आपके करियर और कर्म के बारे में विचार करते हैं। इसलिए कन्या राशि के जातकों को इस गोचर के दौरान शुभ फलों की प्राप्ति होगी। कार्यक्षेत्र में सीनियर्स की वाहवाही आपको मिल सकती है।
इस गोचर काल के दौरान कन्या राशि के जातक करियर ओरिएंटेड रहेंगे जिसके कारण वो अपने प्रियजनों और जीवनसाथी को समय नहीं दे पाएंगे। इसकी वजह से आपके रिश्तों में उतार चढ़ाव आ सकते हैं। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अपने निजी और पेशेवर जीवन के बीच संतुलन बना रखें।
तुला- तुला राशि के जातकों के नवम भाव में बुध ग्रह का गोचर है। यह भाव आपके भाग्य, आध्यात्मिकता और उच्च शिक्षा का होता है। आपके प्रोफेशनल जीवन पर नजर डालें तो कार्यक्षेत्र में आपको प्रमोशन मिल सकता है। आपके सहकर्मी आपसे अच्छा व्यवहार करेंगे और अपने सीनियर्स के साथ भी आप काफी अच्छा वक्त बिता सकते हैं।
बुध की यह स्थिति एक शुभ धन योग का भी निर्माण कर रही है। इसकी वजह से तुला राशि के कई जातकों की इनकम बढ़ सकती है। बुध ग्रह तुला राशि के द्वादश भाव का स्वामी भी है, इसलिए इस गोचर के दौरान विदेशों से जुड़े व्यापार में इस राशि के जातकों को फायदा हो सकता है।
वृश्चिक- वृश्चिक राशि के जातकों के अष्टम भाव में बुध ग्रह का गोचर है। चूंकि बुध बहुत तेजी से गति करने वाला ग्रह है इसलिए आपके जीवन में कुछ तेज बदलाव ला सकता है जिसके परिणामस्वरूप शुरुआत में बेचैनी और चिंता आपको हो सकती है। आपका खर्चा इस दौरान बढ़ सकता है, जिससे संचित धन कम हो सकता है। जो लोग नौकरी पेशा हैं उन्हें जॉब में परिवर्तन करने की बजाय अपनी योग्यता को और निखारना चाहिए।
इस गोचर के दौरान आपको स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत है खासकर उन लोगों को जो एलर्जी या त्वचा से संबंधी किसी रोग की चपेट में हैं। योग, ध्यान और शारीरिक काम करने से आपके अंदर की नकारात्मकता और तनाव दूर होगा, स्वास्थ्य में भी अच्छे बदलाव आएंगे।
धनु- धनु राशि के जातकों के विवाह भाव में बुध ग्रह का गोचर है। बुध आपके कर्म भाव का स्वामी भी है। धनु राशि के जातकों को इस दौरान प्रमोशन मिल सकता है। इस राशि के कारोबारियों के लिए भी बुध शुभ रहेगा, लेकिन जो लोग पार्टनरशिप में बिजनेस कर रहे हैं उन्हें ज्यादा प्रॉफिट होने की संभावना है।
मकर- मकर राशि के जातकों के षष्ठम भाव में बुध ग्रह का गोचर है। इस भाव से प्रतियगिताओं, शत्रुओं और रोगों के बारे में विचार किया जाता है। इस राशि के पेशेवर लोगों के लिए यह गोचर शुभ साबित होगा। आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर पाएंगे। जो लोग जॉब में परिवर्तन करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें अपने पसंदीदा फिल्ड या संस्था में नौकरी मिल सकती है।
इस राशि के जो जातक कारोबार करते हैं उनको भी बुध के इस गोचर के दौरान मुनाफा होगा। यदि आप बिजनेस को फैलाने के लिए लोन इत्यादि लेना चाहते हैं तो वो भी इस दौरान मंजूर हो सकता है।
कुंभ- बुध का गोचर आपके पंचम भाव में है, इस भाव से आपकी बुद्धि, संतान, प्यार, रोमांस आदि के बारे में विचार किया जाता है। इस राशि के कारोबारियों को अपनी योजनाओं से लाभ होगा। हालांकि इस दौरान कमाई गई राशि से आपको कोई ऐसा निवेश करना चाहिए जिससे आने वाले समय में आपको लाभ प्राप्त हो। आपके निजी जीवन की बात करें तो इस राशि के विवाहित जातकों के लिए यह समय बहुत शुभ है।
इस गोचर के दौरान आपको अपने जीवनसाथी का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। इस राशि के विद्यार्थी उन जटिल विषयों को भी इस दौरान आसानी से समझ जाएंगे जिनमें उन्हें बीते समय में परेशानी आ रही थी। इसके चलते विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।
मीन- बुध ग्रह का गोचर आपके चतुर्थ भाव में है। इस भाव से माता, घर, सुख-सुविधाओं आदि के बारे में विचार किया जाता है। माता के साथ इस दौरान आपके संबंध सुधरेंगे। मीन राशि के कुछ जातक इस दौरान भूमि या वाहन खरीद सकते हैं। हालांकि आपको कोई भी चीज खरीदने से पहले अपने खर्चों पर भी ध्यान देना चाहिए और उसके बाद ही कोई फैसला लेना चाहिए।
इस गोचर के दौरान आपके जीवनसाथी को उनके कार्यक्षेत्र में सम्मान, प्रशंसा की प्राप्ति होगी। इससे परिवार में खुशियां बढ़ेंगी। खुशियों के माहौल में यदि आप अपने जीवनसाथी को बताएं कि आप उनके जीवन में क्या अहमियत रखते हैं तो इससे आपके रिश्ते में और भी मजबूती आएगी।