क्या होता है पंचक? : ज्योतिषियों के अनुसार चन्द्रमा जब कुंभ और मीन राशि में अर्थात आखिरी के 5 नक्षत्रों- धनिष्ठा का उत्तरार्ध, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती में हो तो इन्हें पंचक कहा जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार यह समय शुभ नहीं माना जाता।
कई ज्योतिषियों का तो यह भी मानना है कि अगर पंचक काल में कोई कार्य करना जरूरी हो तो उसे धनिष्ठा नक्षत्र के अंत, शतभिषा नक्षत्र के मध्य, पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के प्रारंभ और उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के अंत की 5 घड़ी का समय छोड़कर शेष समय में किया जा सकता है, लेकिन इस समय को ध्यान रखने के लिए खास सावधानी बरतनी चाहिए।
पंचक में चारपाई बनवाने को भी मना किया जाता है।
पंचक के दौरान यह सबसे ध्यान रखने वाली बात है कि इस दौरान शव का अंतिम संस्कार नहीं करना चाहिए।