क्या टूटते हैं तारे?
दरअसल, कोई तारा नहीं टूटता है। देखने से ऐसा आभासित होता है कि तारा टूटा जबकि तारा अपने आप में एक विशालकाय सूर्य होता है। इस सूर्य का टूटता तो भयावह होता है। लेकिन हमें जो कभी-कभी टूटते हुए दिखाई देते हैं वह तारे नहीं गैसीय पिंड या उल्कापिंड होते हैं। लाखों उल्कापिंड या गैस के गोले हमारे सौर मंडल में जब भ्रमण करते करते वे धरती के वायुमंडल में प्रवेश करते हैं तो जलकर बिखर जाते हैं। इस घटना को ही तारे टूटना कहते हैं।
मान्यनाएं
*अधिकतर जगह पर माना जाता है कि तारे के टूटने के दौरान कोई इच्छा हो तो उसे मांग लेना चाहिए। टूटते हुए तरे को देखकर कुछ मांगना और फिर यह समझना कि आपकी ये मनोकामना पूरी भी हो जाएगी, अपने आप में एक हैरान कर देने वाली बात है।