31 December: 31 दिसंबर को बनेगा 2024 का अंतिम त्रिपुष्कर योग, कर लें ये 4 काम और 8 उपाय

WD Feature Desk

सोमवार, 30 दिसंबर 2024 (16:10 IST)
31 December Tripushkar Yoga 2024: 31 दिसंबर, 2024 और 1 जनवरी, 2025 को त्रिपुष्कर योग का संयोग पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र से हो रहा है। 31 दिसंबर को पूरे दिन ध्रुव योग भी रहेगा। इस दिन चंद्र और सूर्य दोनों ही धनु राशि में विराजमान रहेंगे। त्रिपुष्कर, ध्रुव योग और चंद्र सूर्य की युति के संयोग से यह दिन बहुत ही शुभ रहने वाला है। ऐसे में आपको 3 कार्य अवश्य करना चाहिए जिसका तीन गुना फल मिलेगा।
 
31 दिसंबर को त्रिपुष्कर योग
प्रारंभ : 31 जनवरी को तड़के 03:21 से प्रारंभ।
अंत : 01 जनवरी 2025 को सुबह 07:07 बजे समाप्त।
 
क्या होता है त्रिपुष्कर योग?
जब रविवार, मंगलवार व शनिवार के दिन द्वितीया, सप्तमी व द्वादशी में से कोई तिथि हो एवं इन 2 योगों के साथ उस दिन विशाखा, उत्तराफाल्गुनी, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, पूर्वाभाद्रपद, पुनर्वसु व कृत्तिका नक्षत्र हो, तब 'त्रिपुष्कर योग' बनता है। 'द्विपुष्कर की योग की भांति ही 'त्रिपुष्कर योग' में भी जिस कार्य को किया जाता है, वह 3 गुना फल देता है। इस योग में कोई भी कार्य किया जाता है तो उसका 3 गुना फल प्राप्त होता है। इस योग में शुभ मुहूर्त देखकर ही कोई कार्य करना चाहिए। अशुभ मुहूर्त में काम करेंग तो अशुभता में भी 3 गुना वृद्धि हो जाती है। त्रिपुष्कर और द्विपुष्कर योग विषेश बहुमूल्य वस्तुओं की खरीददारी करने के लिए हैं। इन योगों में खरीदी गई वस्तु नाम अनुसार भविष्य में दिगुनी व तिगुनी हो जाती है।
 
त्रिपुष्कर योग में क्या करना चाहिए?
1. इस योग में सोना या किमती धातुओं ज्वेलरी खरीदना चाहिए।
2. इस योग में भूमी या भवन खरीदना भी शुभ होता है। 
3. इस योग में पढ़ाई की किताबें खरीदकर पढ़ना या पूजा पाठ करना चाहिए।
4. व्यापार से जुड़े बड़े सौदे करने के लिए यह समय उचित होता है।
 
1. संपत्ति और वाहन खरीदना:
इस योग में नया घर, जमीन, गाड़ी, या अन्य संपत्ति खरीदना शुभ होता है।
2. नए व्यापार की शुरुआत:
नए व्यवसाय की शुरुआत करने से तिगुना लाभ मिलता है।
3. शादी और सगाई:
विवाह, सगाई, और मांगलिक कार्यों के लिए यह योग अत्यंत शुभ है।
4. शेयर बाजार और निवेश:
इस दिन निवेश करने से लाभ की संभावना तीन गुना बढ़ जाती है।
5. विद्या और शिक्षा:
शिक्षा से संबंधित कार्य, जैसे: नई किताबें खरीदना, कोर्स जॉइन करना आदि।
6.दान-पुण्य:
गरीबों, जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करें।
7.मंत्र सिद्धि और साधना:
इस दिन कोई भी विशेष मंत्र या सिद्धि का अभ्यास करने से वह जल्दी सिद्ध होती है।
त्रिपुष्कर योग में किए जाने वाले विशेष उपाय
  1. भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा करें।
  2. पीपल वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं और 108 परिक्रमा करें।
  3. किसी गरीब को तिल, गुड़, और कंबल का दान करें।
  4. 11 बार 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें।
  5. गाय को हरा चारा खिलाएं।
  6. शिवलिंग पर जल और बिल्वपत्र चढ़ाएं।
  7. सोना, चांदी, और तांबे के बर्तन खरीदें।
त्रिपुष्कर योग में न करें ये गलतियां
मंत्र जाप (Mantras for Tripushkar Yoga)
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः (108 बार जाप करें)
ॐ नमः शिवाय (108 बार जाप करें)
ॐ विष्णवे नमः (21 बार जाप करें)

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