Weekly Muhurat: नए सप्ताह के शुभ एवं मंगलकारी मुहूर्त, यहां पढ़ें (24 से 30 अप्रैल 2023 तक)
नए साप्ताहिक मुहूर्त की विशेष श्रृंखला में आप जानेंगे 24 से 30 अप्रैल तक के शुभ मुहूर्तों के बारे में खास सामग्री। यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं नए हफ्ते के सर्वश्रेष्ठ शुभ मुहूर्त। जिसमें आप जानेंगे आने वाले नए सप्ताह के ग्रह-गोचर, व्रत, त्योहार, दिवस विशेष आदि के बारे में संपूर्ण जानकारी एक साथ-weekly muhurat in hindi
(साप्ताहिक मुहूर्त : 24 अप्रैल से 30 अप्रैल 2023 तक)
24 अप्रैल 2023, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा
योग (सूर्योदयकालीन)-शोभन
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अमृतयोग/नामकरण/जातकर्म
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-शिव मंदिर में छैने से बनी मिठाई चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
25 अप्रैल 2023, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-अतिगण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-श्री आद्य शंकराचार्य जयंती/श्री सूरदास जयंती
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में पंचमुखा दीपक प्रज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
26 अप्रैल 2023, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)-सुकर्मा
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-व्यापार मुहूर्त/नामकरण मुहूर्त
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को हरा वस्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
27 अप्रैल 2023, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)-धृति
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-श्री गंगा सप्तमी/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-गंगा स्नान कर मां गंगा में दीपदान करें। *(गंगा स्नान के अभाव में किसी पवित्र नदी में स्नान कर दीपदान करें)
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
28 अप्रैल 2023, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-शूल
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-देवी श्री बगलामुखी जयंती/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-देवी श्री बगलामुखी मंदिर में पीली चुनरी चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
29 अप्रैल 2023, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन-आश्लेषा
योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-श्री जानकी प्राकट्योत्सव (जानकी नवमी)/गुरु उदय पूर्वे
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में काली ध्वजा चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
30 अप्रैल 2023, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मघा
योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-मूल समाप्त/उग्रकर्म मुहूर्त
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में गुड़ चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
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