साप्ताहिक पंचांग 2024: 26 अगस्त से 01 सितंबर, जानें नए हफ्ते के सर्वश्रेष्ठ शुभ मुहूर्त (weekly muhurat)
Shubh Muhurat in August 2024 : अगस्त 2024 के अंतिम साप्ताहिक शुभ मुहूर्त में यहां आप जानेंगे 26 अगस्त से 01 सितंबर तक के पंचांग कैलेंडर मुहूर्त। यहां पढ़ें दैनिक शुभ मुहूर्त, ग्रह गोचर, राशि ग्रह परिवर्तन, व्रत और त्योहार, विशेष दिनों से संबंधित खास जानकारी एक साथ...।
(साप्ताहिक मुहूर्त 26 अगस्त से 01 सितंबर तक)
26 अगस्त 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृत्तिका
योग (सूर्योदयकालीन)-व्याघात
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-भगवान श्रीकृष्ण का केसरयुक्त गौदुग्ध से अभिषेक करने के उपरान्त माखन मिश्री का नैवेद्य निवेदित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
27 अगस्त 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी
योग (सूर्योदयकालीन)-हर्षण
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-गोगा नवमी/नन्दोत्सव
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में शहद चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
28 अगस्त 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा
योग (सूर्योदयकालीन)-वरियान
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थित-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/सर्वार्थसिद्धि योग/व्यापार मुहूर्त
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को धर्मशास्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
29 अगस्त 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-जया (अजा) एकादशी व्रत-(स्मार्त)
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को फल भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
30 अगस्त 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-जया(अजा) एकादशी व्रत-(वैष्णव/निम्बार्क)/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को भोजन उपरान्त श्वेत वस्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
31 अगस्त 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-शनि प्रदोष/भद्रा
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में काले तिल चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
01 सितंबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आश्लेषा
योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-मास शिवरात्रि
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-250 गुड़ को बहते जल में प्रवाहित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
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