Saptahik Muhurat 2024: नए साप्ताहिक पंचांग में जानें 7 दिन के सर्वश्रेष्‍ठ शुभ मुहूर्त

Weekly Muhurat 2024 : यहां वेबदुनिया अपने प्रिय पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहा हैं, नववर्ष 2024 के फरवरी माह के आगामी हफ्ते के शुभ मुहूर्त से संबंधित खास सामग्री। यहां जानिए 26 फरवरी से 03 मार्च 2024 तक के साप्ताहिक शुभ मुहूर्त, शुभ योग और राहु काल का समय। यहां आप जानेंगे आने वाले व्रत-त्योहार, ग्रह गोचर, दिवस विशेष और ग्रह परिवर्तन के बारे में समग्र जानकारी एकसाथ-

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(साप्ताहिक मुहूर्त : 26 फरवरी से 03 मार्च 2024 तक)
 
26 फरवरी 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-धृति
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-वधूप्रवेश/द्विरागमन मुहूर्त
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में चांदी की कोई वस्तु चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

27 फरवरी 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त
योग (सूर्योदयकालीन)-शूल
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-आग्नेय 
गुरु तारा-उदित  
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/सीमान्तोनयन/पुंसवन संस्कार मुहूर्त
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में लाल ध्वजा चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

28 फरवरी 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त
योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/श्री गणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 9:56)
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को कांस्य पात्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

29 फरवरी 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-चित्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय  
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-देवदर्शन मुहूर्त
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को पीला वस्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

01 मार्च 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति
योग (सूर्योदयकालीन)-ध्रुव
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-भद्रा
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्ष्मी में मखाने की खीर चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

02 मार्च 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा
योग (सूर्योदयकालीन)-व्याघात
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/त्रिपुष्कर योग/वाहन क्रय
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में सुरमा चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

03 मार्च 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अनुराधा
योग (सूर्योदयकालीन)-हस्त
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को स्वर्ण भेंट करें। 
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: [email protected]

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