क्या आप भी बाजार से यंत्र लाकर पूज रहे हैं, तो पहले इसे पढ़ें, किस कामना के लिए कौन सा यंत्र पूजें

यंत्र व मंत्र का प्रभाव अकल्पनीय होता है। अभीष्ट फल की प्राप्ति हेतु पूरे विधि-विधान से यंत्र/ यंत्र जोड़ों की प्रतिष्ठा करना श्रेयस्कर होता है। विशेष यंत्र जोड़ों की जानकारी यहां दी जा रही है।
 
* धनवृद्धि- श्री गणेश, महालक्ष्मी, कुबेर एवं श्रीयंत्र।
 
* व्यापारिक सफलता हेतु- श्री गणेश, कुबेर, नवग्रह एवं व्यापार वृद्धि यंत्र।
 
* पारिवारिक सुख- शांति के लिए- वास्तुदोष नाशक, रिद्धि-सिद्धि, श्रीयंत्र एवं रत्नजड़ित चांदी का नवग्रह यंत्र।
 
* संतान प्राप्ति- संतान गोपाल, नवग्रह, सर्व कार्य सिद्धि एवं पति-पत्नी की राशि का मंत्र।
 
* मांगलिक दोष को दूर करने के लिए- मंगल त्रिकोण, हनुमंत पूजन, मंगल यंत्र एवं रत्न मूंगा।
 
*शीघ्र विवाह हेतु- शिव यंत्र, सर्वकार्य सिद्धि, राशि यंत्र एवं विशेष पूजा क्रिया।
 
विधि
 
पूजन हेतु यंत्रों को लाल मखमली आसन (बगलामुखी यंत्र को पीला) प्रदान कर मौली (कलावा) के वस्त्र पहनाएं फिर चंदन या कुमकुम, साबुत चावल का टीका लगाएं एवं धूप-अगरबत्ती लगाकर प्रणाम कर अपनी अभीष्ट प्राप्ति हेतु ध्यान लगाएं, मंत्र जाप करें। प्रतिदिन चंदन या कुमकुम लगाकर धूप अगरबत्ती करें। हमारा विश्वास है कि पूजा की यह वि‍धि अवश्य ही कारगर होगी और ईश्वर आपकी मनोकामना अवश्य पूर्ण करेंगे।
 
-संजय लोढ़ा जैन
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