लव और सेक्स : एस्ट्रो की नजर-3

भारती पंडित
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इस श्रेणी में हम आज बात करेंगे बुध के स्वामित्व वाली राशियों की यानी मिथुन और कन्या राशियों की। बुध स्वभावतः चंचल ग्रह है। इसके शुभ प्रभाव में आए लोगों का स्वभाव निर्मल और एड्जस्टिंग होता है। बुध का स्वभाव असमंजस वाला होता है अतः इस का प्रभाव इसकी राशि के जातकों की लव और सेक्स लाइफ पर भी स्पष्ट दिखाई देता है।

मिथुन राशि के पुरुष पहले तो विवाह करना या नहीं, यदि करना है तो कब, किस तरह की लड़की से..आदि प्रश्नों के भँवर में झूलते ही रहते हैं और सटीक निर्णय लेने में बहुत देर लगा देते है। कई बार यह भी होता है कि जिससे अफेयर होता है, उससे विवाह करने का साहस नहीं दिखा पाते और बाद में जल्दबाजी में किसी से भी विवाह कर लेते हैं।

इस राशि में बुद्धिमानी तो होती है मगर इसका सही उपयोग करने में ये अक्सर चूक जाते हैं और साथी की आलोचना का शिकार बन जाते हैं। इन्हें मीठी-मीठी बातें करने में बड़ा आनंद आता है। अपनी रसीली बातों से ये अपने साथी को प्रभावित कर लेते हैं। व्यवहारकुशलता का अभाव होता है अतः कार्ड्स या गिफ्ट देने के मामले में हो सकता है साथी को निराश ही होना पड़े। सेक्स के मामले में संतुलित होते है और जीवन का भरपूर आनंद लेने में यकीन रखते हैं।

मिथुन राशि की स्त्रियाँ भी उत्साही और वाचाल होती हैं। शब्दों के द्वारा प्रेम प्रवाह करने में एक्सपर्ट होती हैं मगर साथी की कोई बात बुरी लगने पर बोल कर दिखा देती है अतः छोटी-मोटी खटपट रहना आम होता है। घर को और स्वयं को अपडेट रखती हैं। सेक्स में भी रूचि लेती है और साथी की इच्छा के अनुसार स्वयं को ढाल लेती हैं।

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बुध की दूसरी राशि हैं कन्या। इस राशि में एस्टीमेशन पावर तेज होती है और ये व्यक्ति घर और परिवार में अत्यंत रूचि लेते हैं। ये अपने पेरेंट्स से भी बहुत अटैच्ड होते हैं जो कई बार इनकी लव लाइफ में दरार का कारण बन जाती है। इन व्यक्तियों में सहनशीलता तो होती है। साथी की तीखी बातों को भी पचा जाते हैं मगर अपनी बारी आने पर सारा हिसाब बराबर कर लेते हैं।

अपनी और अपनी परिवार की इच्छापूर्ति के अलावा अन्य मामलों में थोड़े स्वार्थी दिखाई देते हैं। साथी को उपहार देने के शौकीन होते हैं। घुमाने-फिराने में और रुपया खर्च करने में भी आगे रहते है मगर रोमांस और सेक्स की अभिव्यक्ति में अक्सर पीछे रहते हैं। साथी की प्रेरणा इन्हें जरूरी होती है अन्यथा इन पर इग्नोरेंस का आरोप लगता रहता है।

कन्या राशि की स्त्रियाँ अक्सर आर्थिक चिंता में डूबी रहती हैं। परिवार की जिम्मेदारियाँ जबरन ओढ़ लेती है और लव और सेक्स का इंटरेस्ट लगभग ख़त्म सा होता जाता है। वैसे साथी का ख्याल रखती है और उसकी इच्छा का भी मान रखती है मगर स्वयं पहल करना इनमें नहीं देखा जाता। यदि कुण्डली में कही भी बुध-केतु या बुध-शनि की युति हो तो लव और सेक्स लाइफ में एक तरह की उदासीनता ही रहती है।

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