जानिए इस सप्ताह के शुभ मुहूर्त (9 सितंबर से 15 सितंबर 2019 तक)
आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए सप्ताह के 7 दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप इन 7 दिनों में वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें।
ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए इस सप्ताह के अंतर्गत आनेवाले प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है।
सोमवार, 9 सितंबर 2019 के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन्- 2019। अयन- दक्षिणायन, मास- भाद्रपद, पक्ष- शुक्ल, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- सोमवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- एकादशी, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- पूर्वाषाढ़ा, योग (सूर्योदयकालीन)- सौभाग्य, करण (सूर्योदयकालीन)- वणिज, लग्न (सूर्योदयकालीन)- सिंह।
शुभ समय- 6.00 से 7.30 तक, 9.00 से 10.30 तक, 3.31 से 6.41 तक।
राहुकाल- प्रात: 7.30 से 9.00 बजे तक।
दिशाशूल- आग्नेय।
योगिनी वास- आग्नेय।
गुरु तारा- उदित।
शुक्र तारा- अस्त।
चंद्र स्थिति- मकर।
व्रत/ मुहूर्त- श्री पद्मा एकादशी व्रत, फूलडोल पर्व (डोल ग्यारस)।
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र- 'ॐ सौं सोमाय नम:'।
आज का उपाय- मंदिर में खीर चढ़ाएं।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- भू, धा, फा, ढा
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
मंगलवार, 10 सितंबर 2019 के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन्- 2019। अयन- दक्षिणायन, मास- भाद्रपद, पक्ष- शुक्ल, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- मंगलवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- द्वादशी, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- उत्तराषाढ़ा, योग (सूर्योदयकालीन)- शोभन, करण (सूर्योदयकालीन)- बालव, लग्न (सूर्योदयकालीन)- सिंह।
शुभ समय- 10.46 से 1.55, 3.30 5.05 तक।
राहुकाल- दोप. 3.00 से 4.30 बजे तक।
दिशाशूल- उत्तर।
योगिनी वास- नैऋत्य।
गुरु तारा- उदित।
शुक्र तारा- अस्त।
चंद्र स्थिति- मकर।
व्रत/ मुहूर्त- वामन जयंती।
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- 'ॐ अं अंगारकाय नम:'।
आज का उपाय- मंदिर में मसूर की दाल चढ़ाएं।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- भे, भो, जा, जी।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
बुधवार, 11 सितंबर 2019 के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन्- 2019। अयन- दक्षिणायन, मास- भाद्रपद, पक्ष- शुक्ल, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- बुधवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- त्रयोदशी, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- श्रवण, योग (सूर्योदयकालीन)- अतिगंड, करण (सूर्योदयकालीन)- कौलव, लग्न (सूर्योदयकालीन)- सिंह।
शुभ समय- 6.00 से 9.11, 5.00 से 6.30 तक।
राहुकाल- दोप. 12.00 से 1.30 बजे तक।
दिशाशूल- ईशान।
योगिनी वास- दक्षिण।
गुरु तारा- उदित।
शुक्र तारा- अस्त।
चंद्र स्थिति- कुंभ।
व्रत/ मुहूर्त- प्रदोष, पंचक।
यात्रा शकुन- हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- 'ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स. बुधाय नम:'।
आज का उपाय- मंदिर में हरा वस्त्र दान करें।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- खी, खू, खे, खो।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
गुरुवार, 12 सितंबर 2019 के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन्- 2019, अयन- दक्षिणायन, मास- भाद्रपद, पक्ष- कृष्ण, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- गुरुवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- चतुर्दशी, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- धनिष्ठा, योग (सूर्योदयकालीन)- सुकर्मा, करण (सूर्योदयकालीन)- गरज, लग्न (सूर्योदयकालीन)- सिंह।
शुभ समय- 6.00 से 7.30, 12.20 से 3.30, 5.00 से 6.30 तक।
राहुकाल- दोप. 1.30 से 3.00 बजे तक।
दिशाशूल- दक्षिण।
योगिनी वास- पश्चिम।
गुरु तारा- उदित।
शुक्र तारा- अस्त।
चंद्र स्थिति- कुंभ।
व्रत/ मुहूर्त- अनंत चतुर्दशी।
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- 'ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स. गुरुवै नम:'।
आज का उपाय- मंदिर में चना दाल का दान करें।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- गा, गी, गु, गे।
वनस्पति तंत्र उपाय- पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
शुक्रवार, 13 सितंबर 2019 के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन्- 2019, अयन- दक्षिणायन, मास- भाद्रपद, पक्ष- शुक्ल, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- शुक्रवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- चतुर्दशी, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- शतभिषा, योग (सूर्योदयकालीन)- धृति, करण (सूर्योदयकालीन)- वणिज, लग्न (सूर्योदयकालीन)- सिंह।
शुभ समय- 7.30 से 10.45, 12.20 से 2.00 तक।
राहुकाल- प्रात: 10.30 से 12.00 बजे तक।
दिशाशूल- वायव्य।
योगिनी वास- पश्चिम।
गुरु तारा- उदित।
शुक्र तारा- अस्त।
चंद्र स्थिति- कुंभ।
व्रत/ मुहूर्त- श्राद्ध पक्ष प्रारंभ।
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र- 'ॐ द्रां द्रीं द्रौं स. शुक्राय नम:'।
आज का उपाय- मंदिर में इत्र अर्पित करें।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- सा, सी, से, सो।
वनस्पति तंत्र उपाय- गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
शनिवार, 14 सितंबर 2019 के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2019, अयन- दक्षिणायन, मास- भाद्रपद, पक्ष- शुक्ल, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार-शनिवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- पूर्णिमा, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- पूर्वाभाद्रपद, योग (सूर्योदयकालीन)- शूल, करण (सूर्योदयकालीन)- बालव, लग्न (सूर्योदयकालीन)- सिंह।
शुभ समय- प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहु काल- प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-प्रतिपदा श्राद्ध
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र- ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मन्दिर में इमरती का दान करें।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- से, सो, दा, दी।
वनस्पति तंत्र उपाय- शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
रविवार, 15 सितंबर 2019 के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2076, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2019, अयन- दक्षिणायन, मास- आश्विन, पक्ष- कृष्ण, संवत्सर नाम- परिधावी, ऋतु- शरद, वार- रविवार, तिथि (सूर्योदयकालीन)- प्रतिपदा, नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)- उत्तरा भाद्रपद, योग (सूर्योदयकालीन)- गंड, करण (सूर्योदयकालीन)- कौलव, लग्न (सूर्योदयकालीन)- सिंह।
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32।
राहु काल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक।
दिशा शूल- पश्चिम।
योगिनी वास- पूर्व।
गुरु तारा- उदित।
शुक्र तारा- अस्त।
चंद्र स्थिति- मीन।
व्रत/मुहूर्त- सर्वार्थ सिद्धि योग, विश्वकर्मा पूजन, द्वितीया श्राद्ध।
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र- ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय- सूर्य को कुंकुम मिश्रित जल से अर्घ्य दें।
आज क्या करें- मन्दिर में गुड़ दान करें।
आज जन्म लिए जातक का नामाक्षर- दू, थ, झ।
वनस्पति तंत्र उपाय- बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन- उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है। पंचांग भेद होने पर तिथि/ मुहूर्त/ समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
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