Pushya nakshatra 2022 : 18 अक्टूबर 2022 मंगलवार के दिन आज पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग है। इस दिन धनतेरस और दिवाली की खरीदारी की जाती है। इस दिन खरीदी गई वस्तुएं बहुत ही शुभ फल देने वाली और घर में पूरे वर्ष बरकत देने वाली मानी गई है। इस दिन बृहस्पति, शनि और चंद्र की वस्तुएं खरीदते हैं, लेकिन मंगलवार के दिन पुष्य का संयोग होने से मंगल की वस्तुएं भी खरीद सकते हैं।
पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग कब से कब तक | Pushya nakshatra 2022 dates and time: पुष्य नक्षत्र प्रात: 04:13 से प्रारंभ होगा पूरे दिन के साथ ही रात्रि 12:21 तक रहेगा।
अभिजीत मुहूर्त;- सुबह 11:16 से दोपहर 12:01 तक। यह खरीदा का सबसे शुभ मुहूर्त है।
विजय मुहूर्त : दोपहर 01:31 से 02:16 तक। इस मुहुर्त में भी खरीदी कर सकते हैं।
पुष्य नक्षत्र का महत्व : बृहस्पति को पुष्य नक्षत्र के देवता के रूप में माना गया है। बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं। दूसरी ओर शनि ग्रह पुष्य नक्षत्र के अधिपति ग्रह माने गए हैं इसीलिए शनि का प्रभाव शनि ग्रह के कुछ विशेष गुण इस नक्षत्र को प्रदान करते हैं। चूंकि बृहस्पति शुभता, बुद्धिमत्ता और ज्ञान का प्रतीक हैं, तथा शनि स्थायित्व का, इसलिए इन दोनों का योग मिलकर पुष्य नक्षत्र को शुभ और चिर स्थायी बना देता है। इसलिए इस नक्षत्र में बृहस्पति और शनि से संबंधित वस्तुएं खरीदना शुभ होता है। मान्यता अनुसार इस दौरान की गई खरीदारी अक्षय रहेगी। अक्षय अर्थात जिसका कभी क्षय नहीं होता है।
मंगल की 5 चीजें घर में लाने से होगा मंगल | Pushya nakshatra me kya kharide
1. तांबा : तांबा सूर्य के साथ ही मंगल की धातु भी है। तांबा एक औषधीय धातु है। यह जहर का काटता है। कई रोगों के निवारण में इसका प्रयोग होता है। इसका घर में होना बहुत ही शुभ माना गया है। पुष्य नक्षत्र में इसे जरूर खरीदें।
2. मूंगा : मूंगा रत्न मंगल का रत्न है। इसे खरीदकर घर के पूजा घर में रख सकते हैं या ज्योतिष से पूछकर इसे उचित स्थान पर रखें या अंगुठी में पहनें।
3. लाल रंग : लाल रंग मंगल का रंग है। लाल रंग के कपड़े किसी ज्योतिष को कुंडली दिखाकर खरीदें या लाल रंग का धागा, नाड़ा भी खरीद सकते हैं। यह नहीं तो लाल चंदन खरीद सकते हैं।
4. गुड़ या मसूर की दाल : यह भी सूर्य के साथ मंगल की वस्तु भी मानी जाती है। इस दिन गुड़ खरीदना भी बहुत शुभ होता है। भुना चने के साथ गुड़ खाने से रक्त शुद्ध होता है। मंगल को शरीर में रक्त ही माना गया है। इसी के साथ मसूर की दाल भी मंगल की वस्तु है। इसी के साथ मिष्ठान भी मंगल की वस्तु है। जौ को भी मंगल की वस्तु माना गया है।
5. भूमी या भवन : मंगल को भूमी पुत्र कहा गया है। सभी तरह की अचल प्रॉपर्टी पर उसका शासन है। आप चाहें तो मिट्टी के दीये या बर्तन भी खरीद सकते हैं।