Gaj laxmi Rajyog: शुक्र ग्रह ने 25 अप्रैल 2024 को मेष राशि में गोचर था। मेष राशि में पहले से ही गुरु ग्रह विरामान हैं। मेष में शुक्र और बृहस्पति की युति के चलते गज लक्ष्मी योग का निर्माण हुआ है। ज्योतिष मान्यता के अनुसार मंगल की राशि मेष राशि में यह योग करीब 12 साल बाद बना है। इसी के साथ ही इस राशि में सूर्य के विराजमान होने से शुक्रादित्य योग और गुरु आदित्य योग का निर्माण भी हुआ है। गजलक्ष्मी योग के चलते 4 राशियों को बहुत लाभ होने वाला है।
गजलक्ष्मी राजयोग क्या है?
ऐश्वर्य और धन के कारक ग्रह शुक्र और भाग्य, सुख एवं ज्ञान के कारण बृहस्पति ग्रह जब केंद्र भाव यानी प्रथम, चतुर्थ, सप्तम या दशम भाव में विराजमान हो तो गजलक्ष्मी योग का निर्माण होता है।