अपनी किस्मत संवारना चाहते हैं तो दीपावली के दिन करें ये 5 सरल उपाय
धार्मिक शास्त्रों व ज्योतिष में पीतल के पात्रों का बहुत महत्व बताया गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सुवर्ण व पीतल की ही भांति पीला रंग देवगुरु बृहस्पति को संबोधित करता है तथा ज्योतिष सिद्धांत के अनुसार पीतल पर देवगुरु बृहस्पति का आधिपत्य होता है।
बृहस्पति ग्रह की शांति हेतु पीतल का उपयोग किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह शांति व ज्योतिष अनुष्ठानों में दान हेतु भी पीतल के बर्तन दिए जाते हैं। इस वर्ष दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन में अगर पीतल के बर्तनों का उपयोग किया जाए तो निश्चित ही आपके जीवन के समस्त परेशानियां दूर होंगी तथा सौभाग्य की प्राप्ति होकर जीवन अनंत सुख-समृद्धियों से भरा रहेगा।
तो आइए इस दीपावली पर करें निम्न सरल उपाय, निश्चित ही आपकी किस्मत चमकेगी और जीवन के सभी कष्टों की समाप्ति भी होगी।
1. लक्ष्मी की प्राप्ति हेतु वैभवलक्ष्मी का पूजन कर पीतल के दीये में शुद्ध घी का दीपक करें।
2. दुर्भाग्य से मुक्ति पाने हेतु पीतल की कटोरी में दही भरकर कटोरी समेत पीपल के नीचे रखें।
3. सौभाग्य प्राप्ति हेतु पीतल के कलश में चना दाल भरकर विष्णु मंदिर में चढ़ाएं।
4. भाग्योदय हेतु पीतल की कटोरी में चना दाल भिगोकर रातभर सिरहाने रखें व सुबह चना दाल पर गुड़ रखकर गाय को खिलाएं।
5. अटूट धन प्राप्ति हेतु भगवान श्रीकृष्ण पर शुद्ध घी से भरा पीतल का कलश चढ़ाकर निर्धन विप्र को दान करें।