'सबका मालिक एक' नाम से अपने भक्तों के बीच प्रसिद्ध शिर्डी स्थित श्री साईं बाबा ने सन् 1918 में दशहरे के दिन दोपहर के समय आखिरी सांस ली थी। ऐसा कहा जाता है कि साईं बाबा ने अपने भक्तों से कहा था कि दशहरा का दिन उनके दुनिया से विदा होने के लिए सबसे अच्छा दिन है और इसका संकेत भी उन्होंने पहले ही दे दिया था।
शिर्डी के साईं बाबा अपने सभी भक्तों की मनोकामना शीघ्र ही पूर्ण करते हैं। माना जाता है कि अगर 9 गुरुवार तक साईं बाबा का व्रत लगातार किया जाए, तो हर मनोकामना पूरी हो सकती है। दशहरे का दिन खास तौर पर उनके मंत्रों का जाप करना बहुत ही लाभकारी होता है।
उनके इन चमत्कारी मंत्रों का जाप करने से सभी मनोकामनाएं चाहे नौकरी की हो या शादी की, व्यापार वृद्धि, प्रमोशन या फिर अच्छे वेतन, आर्थिक संपन्नता पाने की हो, साईं अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं।
इन विशेष मंत्रों से साईं की आराधना प्रतिदिन अथवा गुरुवार को तो करना ही चाहिए, किंतु दशहरे के दिन साईं के मंत्रों का जाप आपके जीवन की समस्त दु:ख, परेशानियां दूर करके आपको नित-नए उन्नति के नए रास्ते देते हैं।