Jupiter transit in Gemini 2025: बृहस्पति ग्रह की उच्च राशि कर्क है और नीच राशि मकर है। ज्योतिष के अनुसार 14 मई 2025 से बृहस्पति ग्रह वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में 3 गुना अतिचारी हो रहे हैं। अतिचारी गुरु के कारण 4 राशि के लोगों को सतर्क रहना होगा, क्योंकि गुरु की अतिचारी चाल अशुभ मानी जाती है।
2 राशियों के लिए बहुत ही शुभ है:-
1. मेष राशिः बृहस्पति आपकी कुंडली के भाग्य स्थान यानी नवम भाव और व्यय स्थान यानी द्वादश भाव के स्वामी हैं अब वे आपकी राशि से तीसरे यानी पराक्रम भाव में गोचर करेंगे। आपके लिए गुरु का यह परिवर्तन बेहद शुभ फल देने वाला साबित हो सकता है। व्यापार में नए अवसर प्राप्त होंगे। करियर में उन्नति होगी। नौकरी में अप्रत्याशित सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा। कोर्ट-कचहरी के मामले सुलझ जाएंगे। जीवनसाथी से संबंधों में सुधार होगा और मधुरता बढ़ेगी।
2. सिंह राशि: आपकी कुंडली के पंचम भाव और अष्टम भाव के स्वामी गुरु का गोचर एकादश भाव में होगा। यह लाभ का भाव है जो धन से जुड़ी समस्याओं का समाधान करेगा। अविवाहित जातकों के विवाह के योग बनेंगे। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। संतान सुख मिलेगा। अचानक से धन लाभ होने का योग बनेगा। भाई बहनों से संबंध में सुधार होगा। नौकरी और व्यापार में नए अवसर प्राप्त होंगे।
इन 2 राशियों के लिए है अशुभ:-
1. कन्या राशि: आपकी कुंडली के चतुर्थ चतुर्थ भाव और सप्तम भाव के स्वामी हैं बृहस्पति का दशम भाव में गोचर होगा। इसके परिणाम स्वरूप आपको कार्यक्षेत्र में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको संयम और विनम्रता से काम लेना होगा। यह समय पारिवारिक जिम्मेदारी निभाने का समय है। धन संचय करने के लिए आपका प्रयास बढ़ेगा। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
2. वृश्चिक राशि: आपकी कुंडली के दूसरे और पंचम भाव के स्वामी गुरु का अष्टम भाव में गोचर होने जा रहा है। इस गोचर के परिणाम स्वरूप आपको कार्यक्षेत्र में सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। बनते हुए काम अटक सकते हैं। धन संबंधी मामलों में भी परेशानी उठानी पड़ सकती है। सेतह में भी गिरावट के चलते आप परेशान रह सकते हैं। आपके खर्चों में बढ़ोतरी होगी। हालांकि लंबी यात्रा के योग बन सकते हैं। अचानक से कभी-कभी धन प्राप्ति हो सकता है। अक्टूबर से स्थिति सामान्य होगी। भाग्य मजबूत होगा और आप सफलता प्राप्त करेंगे।