singh rashi me mangal ka fal: मंगल ग्रह 7 जून 2025 की रात 01 बजकर 33 मिनट पर सिंह राशि में प्रवेश कर रहे हैं जहां वे 28 जुलाई 2025 तक रहेंगे। साहस, शौर्य और विश्वास का संचार करने वाला ग्रह 3 राशियों के लिए बहुत नुकसान वाला सिद्ध हो सकता है और 3 के लिए फायदेमंद, बाकी को मिश्रित परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। इन राशियों के लोगों को बच कर रहना होगा।ALSO READ: 18 साल बाद बना कुंज केतु योग, घटना-दुर्घटना के साथ देश-दुनिया में विद्रोह का संकेत, 4 राशियां रहें संभलकर
1. मेष राशि: आपकी कुंडली के लग्न और आठवें भाव के स्वामी मंगल का पांचवे भाव में गोचर अच्छा नहीं माना जा सकता है। यह मानसिक तनाव देगा और आपको किसी बात को लेकर बेचैनी बनी रह सकती है। यहां पर मंगल की केतु के साथ युति बन रही है जो आपके छोटे भाई-बहनों के साथ रिश्ते खराब कर सकती है। आपको अपने काम पर फोकस करना होगा। सहयोगी आपको चुनौती देंगे। छात्र हैं तो पढ़ाई पर विशेष ध्यान दें। अपने व्यवहार को सही बनाए रखें। यदि आप ऐसा करते हैं, तो मंगल का सिंह राशि में गोचर के दौरान आपको सकारात्मक परिणाम मिलने के संकेत हैं।ALSO READ: नीम में शक्ति है शनि और मंगल को काबू में करने की, 10 फायदे
2. वृषभ राशि: आपकी कुंडली के सातवें और बारहवें भाव के स्वामी मंगल का चौथे भाव में गोचर सही नहीं माना जा सकता है। यह सुख सुविधाओं में कमी करेगा। इसके अलावा मंगल पर राहु और केतु जैसे ग्रहों का भी प्रभाव होने के कारण जमीन, बिल्डिंग और वाहन आदि से संबंधित मामलों को लेकर चिंता या परेशानियां हो सकती हैं। सेहत का ध्यान रखना होगा खासकर छाती या हृदय से जुड़ी कोई समस्या है, तो उसको लेकर सावधान रहें। पारिवारिक वाद विवाद से दूर रहें।
3. मिथुन राशि: मंगल आपकी कुंडली में छठे तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी होकर आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर के चलते आपको लाभ होगा नौकरी और व्यापार में आप तरक्की करेंगे। आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी। मान सम्मान में वृद्धि होगी। अटके कार्य पूर्ण होने लगेंगे। भाई बहनों से संबंध को बनाकर रखेंगे तो लाभ होगा। अच्छी खबरें भी सुनने को मिल सकती हैं।
4. कर्क राशि: मंगल आपके पांचवे और दसवें भाव के स्वामी होकर दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस गोचर के चलते आपको अपनी वाणी पर संयम रखना होगा, वर्ना यह नुकसान दे सकता है। दूसरा यह की सोच समझकर धन खर्च करें क्योंकि मंगल पर राहु और केतु का प्रभाव रहेगा जिससे आपको धन और पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मतभेदों से बचकर रहें। खानपान पर ध्यान दें। बिजली और आग से बचकर रहें।
5. सिंह राशि: आपकी कुंडली में चतुर्थ भाव और नवम भाव के स्वामी मंगल का पहले भाव में गोचर सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाएगा। यह मिश्रित परिणाम देगा। हालांकि मंगल आपके लिए सहयोगी ग्रह है लेकिन वर्तमान में यह केतु के साथ संयोग बनाकर लग्न में है। सप्तम में राहु है जिसके चलते उथल पुथल वाली स्थिति बनी हुई है। यह सेहत और संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा। वाहन चलाते वक्त सावधनी रखें। फालतू का पैसा खर्च न करें।ALSO READ: शनिदेव 138 दिनों तक मीन में चलेंगे वक्री चाल, 4 राशियों को होगा बड़ा लाभ
6. कन्या राशि: आपकी कुंडली में तीसरे तथा आठवें भाव के स्वामी मंगल का द्वादश भाव में गोचर हुआ है। यह भाव मंगल के गोचर के लिए अच्छा नहीं है। यह मंगल फालतू का खर्चा कराएगा। सेहत और संबंध पर भी नकारात्मक असर डालेगा। यह स्थानांतरण का योग भी बनाता है। यह दांपत्य जीवन में भी उथर पुथल मचा सकता है। इसलिए सावधान रहें।
7. तुला राशि: मंगल आपकी कुंडली के दूसरे और सातवें भाव के स्वामी होकर आपके लाभ भाव में गोचर कर रहे हैं। लाभ भाव यानी 11वें भाव में मंगल का गोचर आर्थिक मामलों में सहयोग करेगा। यह अच्छे परिणाम देने वाला माना गया है। आपका काम धंधा अच्छा चलेगा जिससे आप अच्छा प्रॉफिट कमा सकेंगे। भूमि और भवन से संबंधित मामलों में भी सकारात्मक परिणशम देखने को मिल सकता है। रिश्तों में सुधार होगा।
8. वृश्चिक राशि: आपके लग्न और छठे भाव के स्वामी मंगल का दशम भाव गोचर हुआ है। दशम भाव में मंगल को अच्छा माना जाता है, लेकिन वर्तमान के ग्रह गोचर के अनुसार यह मिश्रित परिणाम दे सकता है। आपको धैर्य पूर्वक और शांति के साथ काम करने की जरूरत है अन्यथा नौकरी में यह नुकसना पहुंचा सकता है। कारोबारी हैं तो मुनाफा होगा। सामाजिक क्षेत्र में भी आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। पिता और शासन प्रशासन से संबंधित मामलों में भी सावधानी की आवश्यकता रहेगी।
9. धनु राशि: आपकी कुंडली में पांचवें तथा द्वादश भाव के स्वामी मंगल का नवम यानी भाग्य भाव में गोचर हुआ है। यह भी मिश्रित परिणाम देने वाला है। यह संतान और शिक्षा से संबंधित मामलों में सकारात्मक परिणाम दे सकता है। धार्मिक यात्राओं से लाभ होगा। अन्य मामलों यानी नौकरी और व्यापार में सावधानी से काम लेगा होगा। धर्म के विरुद्ध आचरण नहीं करना है। शासन प्रशासन से जुड़े मामलों में नियमबद्ध तरीके से काम करना जरूरी रहेगा।
10. मकर राशि: आपकी कुंडली में चौथे तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी मंगल आपके अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं। अष्टम का मंगल अच्छा नहीं माना जाता है। सेहत और संबंधों में सावधानी रखना होगी। खानपान पर बहुत अधिक संयम बरतने की आवश्यकता रहेगी। आग या बिजली से संबंधित काम हो या फिर ऐसे काम जहां दुर्घटना का थोड़ा भी डर रहता हो; उन मामलों में बहुत ही सावधानी से काम करने की आवश्यकता रहेगी। नौकरी और कारोबार में मिश्रित परिणाम प्राप्त होंगे।
11. कुंभ राशि: आपकी कुंडली के तीसरे तथा दशम भाव के स्वामी मंगल का सप्तम भाव में गोचर हुआ है। सप्तम भाव का मंगल भी अच्छा नहीं माना जाता है। यह दांपत्य जीवन और साझेदारी के व्यापार में नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए सावधानी से कार्य करें। यहां पर राहु केतु के प्रभाव के चलते नकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। यथा संभव यात्राओं से बचना भी जरूरी रहेगा। विशेषकर व्यापारिक यात्राओं को यथासंभव टाला जाए। नौकरीपेशा हैं तो सहयोगियों से विवाद से बचकर रहें।
12. मीन राशि: मंगल आपकी कुंडली के दूसरे तथा नौवें भाव के स्वामी होकर छठे भाव में गोचर कर रहे हैं। छठे भाव में मंगल के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है। इसके चलते रोग और शुत्र आपसे दूर ही रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन या वेतनवृद्धि के योग हैं। आप अपने प्रतिस्पर्धियों से बहुत आगे निकल सकते हैं। कारोबारी हैं तो आपकी मेहनत के फलस्वरूप आपकी कमाई भी बढ़ सकती है। सेहत सामान्य रहेगी। मान सम्मान में वृद्धि के योग भी बनेंगे।