तुला-घर-परिवार
इस राशि के जातक का जन्म यदि मध्याह्नोपरांत तथा मध्यरात्रि से पूर्व हुआ हो तो उन्हें पिता का सुख कम मिलता है। इन्हें संतानों का सुख भी थोड़ा मिलता है तथा एक संतान के कारण इन्हें विशेष चिंतित भी रहना पड़ता है। इस राशि के लोगों के पारिवारिक जीवन में उथल-पुथल होती है। परिवार में सौतेली मां तथा सौतेले भाई बहनों की उपस्थिति संभव हो सकती है। जीवन के मध्यभाग में इनके लिए मातृहानि भी संभव हो सकती है। ऐसे व्यक्ति के कुटुम्ब से बाहर के लोग सहायता करने वाले अधिक होते हैं परन्तु उन सहायकों में एक ऐसा भी निकलता है, जो अत्यधिक हानि पहुंचाने का कार्य करता है।

राशि फलादेश