मनोज श्रीवास्तव

स्वतंत्र लेखक
मंदिर, आश्रम, ट्रस्ट और जितनी भी सरकारी-गैरसरकारी धर्मार्थ संस्थाएं हैं, उनसे जुड़ी जमीनों पर होने वाली खेती में यांत्रिक खेती, ट्रैक्टर के प्रयोग को प्रतिबंधित...
प्रजातंत्र जाए पानी भरने हमें क्या? हमारी जेब भरी होनी चाहिए, तो सजा सुनाने का हक हासिल हो जाता है। दस-बीस लाख की बोली लगाते तथाकथित धनी यह भी नहीं बता...
किसी व्यक्ति की घनघोर कड़की का अंदाज लगाना है, तो उसके हेयरड्रेसर से संपर्क किया जाना चाहिए। सामान्य रुपए-पैसे की कड़की का पता यार-दोस्तों से लगाया जा-सकता...
कोई एक जमाना था जब परिवहन विभाग की बसें चला करती थी और उनकी निगरानी के लिए फ्लाइंग स्कॉड भी थी।
दंगल फि‍ल्म में लड़कियों को ऊपर लाने के प्रयास को बहुत सशक्त और प्रभावी तरीके से पर्दे पर दिखाया गया है। 'मेडल तो मेडल होवे है, छोरो लाए कि छोरी' -यह एक...
पहले जब चुनाव परिणाम एकतरफा आते थे तो बूथ कैप्चरिंग से लेकर तमाम फंडे गिनाए जाते थे। चूंकि ईवीएम नहीं थी और छापा लगता था, तो बूथ कैप्चरिंग की समस्या विकराल...
चुनावी वक्त में चुनाव कौन जीतेगा, इस बात से ज्यादा जोर आजकल इस बात पर होने लगा है कि कौन हारेगा। यह भाव दर्शाता है कि प्रजातंत्र राह भटकने लगा है। उसके...
किसी भी क्षेत्र में चले जाइए, सब जगह गधे मौज करते मिलेंगे और घोड़े थककर-चूर मिलना है। सरकारी महकमे में एक जुमला आम है 'योग्यता नहीं दिखाना, दिखाई कि मरे'!...
जायरा वसीम के रोल मॉडल बनने के बयान से मचे बवाल में कुछ लोग जायरा को रील लाइफ में अखाड़े की कुश्ती के साथ रियल लाइफ की नूरा कुश्ती में भी उलझा दिए हैं।...
क्या हर्ज है चरखा चलाने में ? किसी को मनाही है क्या ? जो जितना चाहे चलाए, कोई नहीं रोक रहा। वैसे भी प्रधानमंत्री संपूर्ण देश के साथ समस्त विभागों के एम्बेसेडर...
31 दिसंबर को शराब के नशे में छेड़छाड़ की तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिली, जो यह दर्शाती है कि अब आम हिन्दुस्तानी पुराने ताकत के जोर को अस्वीकारने लगा है।...
नोटबंदी से फायदे-नुकसान के पहलुओं पर विवेचन लंबे समय तक चलते रहेंगे। आज के आज उसके लाभ नहीं दिखना है और न ही नुकसान, क्योंकि देश के पास किसी भी क्षेत्र...
तैमूर को कौन 'दिव्यांग' बोलना चाहेगा? इतिहास का ज्ञान नहीं होना या तोड़ा-मरोड़ा इतिहास का ज्ञान होना भी विकलांग ज्ञान की श्रेणी में आता है, लेकिन उन्हें...
नाम के नाम और सरनेम के दाम! देश में नाम-सरनेम की महिमा महान! गिनाने चलो तो वक्त कम पड़ता है! वैसे नाम में क्या रखा है, एक दिन गुम हो जाएगा। कहते हैं, 'नाम...
सोशल मीडिया का युग आया तो लोगों ने दोनों हाथों से इस युग को लपका। फिर पोस्ट, कमेंट्स का दौर चला और सारे ज्ञान-संस्कार, अक्ल, बौद्धिकता की पोल खुलकर सामने...
वृन्दावन में 14-15 अक्टूबर को नास्तिक सम्मेलन में स्वामी बालेन्दु ऐसे कौन-से तर्क-तथ्य दे-देते जो दयानन्द सरस्वती नहीं दे सके थे। यह तो पता लगाना ही था,...
दीपा देश की पहली महिला जिमनास्ट हैं जिन्होंने ओलिम्पिक का टेस्ट इवेंट क्वालीफाई किया और फिर फाइनल में प्रवेश किया। रियो ओलिम्पिक में दीपा कर्मकार एकमात्र...
मुद्रा का विमुद्रीकरण demonetization मुद्रा की परिभाषा अनुसार चलित मुद्रा को अमान्य घोषित करना है। वस्तुतः यह प्रक्रिया काले धन की अत्यधिकता और नकली नोटों...
अमेरिका में बोलता होगा भाई, इधर तो खामोशी के आलम में है... !! निपट सन्नाटा है, पैसे की खनक खो गई है। किसी को विश्वास नहीं हो रहा कि ऐसा भी होता है! कल...
धनतेरस से घरों में दीपावली की जगमग प्रारंभ हो जाती है। यह तैयारी बीते काल में भगवान श्रीरामचन्द्रजी की वनवास अवधि समाप्ति एवं उनके अवध आगमन तथा राज्याभिषेक...