ऐसे में केंद्र से लेकर उत्तरप्रदेश की सरकार द्वारा ठोस रणनीति बनाते हुए जबरदस्त सुरक्षा का खाका तैयार किया जा रहा है, जिसे भेदना लगभग असंभव है। यूपी के वरिष्ठ अधिकारी स्वयं सुरक्षा व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
प्रदेश के एडीजी (कानून व्यवस्था) पीवी रामाशास्त्री ने अयोध्या दौरा कर दिशा-निर्देश दिए एवं सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा।
अयोध्या रेड झोन पर सबसे जबरदस्त सुरक्षा होगी। यहां पर अस्थाई बाड़ बनाने की योजना बनाई गई है। इसके साथ ही यलो जोन की सुरक्षा व्यवस्था को रेड झोन जैसा बनाया जाएगा।
भीड़ नियंत्रण तथा आपात स्थिति से निपटने के लिए बैरिकेट्स बनाए जा रहे हैं। यह कवायद कार्तिक पूर्णिमा मेले के दौरान ही शुरू कर दी जाएगी और मेले के बाद इसे और सख्त किया जाएगा।
आला अधिकारियों की ओर से बताया गया कि जनपद पुलिस तथा प्रशासन की ओर से डिमांड की गई पुलिस फोर्स शासन की ओर से उपलब्ध कराई जा रही है।
साधन संसाधनों की खरीद तथा उपलब्धता के लिए पहले से निर्देश जारी किए जा चुके हैं। किसी जनपद या क्षेत्र को अतिरिक्त व्यवस्था की जरूरत होगी तो वह भी उपलब्ध कराई जाएगी।
इसके साथ ही अग्निशमन दस्ते के साथ ही बम खोजी व निरोधी दस्ते, डॉग स्क्वाड, घुड़सवार दस्ता, फॉरेंसिक लैब के विद विशेषज्ञों की टीम, स्पॉटर दस्ता, एंटी सेबोटाज चेक टीम तथा अन्य सुरक्षा तथा खुफिया एजेंसियों को सक्रिय किया गया है।
डरने की जरूरत नहीं : रामा शास्त्री ने कहा कि अयोध्या विवाद के संभावित फैसले तथा पर्व त्योहार को लेकर अपग्रेड सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। लोगों को किसी भी प्रकार से घबराने की जरूरत नहीं है।
अफवाह फैलाने तथा कानून से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर अयोध्या संवेदनशील रही है और यहां साल के हर दिन पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम रहता है।
अयोध्या झोन के आईजी डॉ. संजीव गुप्ता ने कहा कि अयोध्या पहले से ही हाईअलर्ट पर रही है और आतंकी घटनाएं होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की पाबंदी नहीं लगाई गई है, लेकिन उन पर निगाह रखी जा रही है। कुछ गलत होता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया की जिले में धारा 144 पहले से ही लगी हुई है। किसी भी प्रकार के विजय जलूस बिना अनुमति के नहीं निकले जा सकते। सभी जगह फोर्स लगा दी गई है ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले, कार्तिक मेले व अन्य त्योहारों को देखते हुए जिलाधिकारी अनुज झा ने भी निर्देश जारी किए हैं।
निर्देश के मुताबिक अस्त्र-शस्त्रों के प्रदर्शन पर पूरी तरह रोक रहेगी, घरों की छतों पर खाली बोतल-पत्थर आदि जमा नहीं किए जा सकेंगे।
बिना अनुमति राजनीतिक दलों रैली, नुक्कड़ सभा, जुलूस, पुतला दहन, ऐसे कार्यक्रम जिनसे धार्मिक उन्माद फैलने की आशंका हो, पूरी तरह रोक रहेगी। अयोध्या क्षेत्र में ड्रोन कैमरों पर भी रोक लगाई गई है।