राम जन्मभूमि के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि रामलला के गर्भगृह स्थल के पास भी कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इससे पूर्व वहां पूजन-अर्चन किया गया। उन्होंने बताया कि बीते 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भूमि पूजन किए जाने के बाद से ही प्रतिदिन गर्भगृह स्थल पर हवन व दीप जलाने का क्रम चलता आ रहा है।
मकर संक्रांति के साथ सूर्य के उत्तरायण होने के बाद रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के निर्देश के बाद कार्यदायी संस्था लार्सन टूब्रो ने नींव की खुदाई गुरुवार सुबह शुरू करा दी। काम को तेज करने के लिए एक अतिरिक्त मशीन भी लगाई गई है ताकि काम जल्द से जल्द पूरा हो। इस बीच, ट्रस्ट की मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक गुरुवार से शुरू हो रही है।