अयोध्या में 5 अगस्त को राममंदिर के भूमिपूजन से पहले रामजन्म भूमि के पुजारी प्रदीप दास और सुरक्षा में लगे 14 पुलिसकर्मियों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद एक बार मूहुर्त पर सवाल खड़े हो गए है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मंदिर के पुजारी और सुरक्षाकर्मियों की कोरोना पॉजिटिव होने की खबर को टैग करते हुए ट्वीट कर लिखा कि अब बताओ मुहूर्त सही है या गलत ? अब बताओ शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी सही है गलत?
दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस के टिकट पर लखनऊ से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके है आचार्य प्रमोद कृष्णन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सिर्फ मूहुर्त निकालने का ही काम किया है इन्होंने वो भी गलत।
दरअसल अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को भूमिपूजन कर मंदिर की नींव रखेंगे। इसके मुहूर्त के वक्त पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने भूमिपूजन के तय वक्त को अशुभ घड़ी बताया है। शंकराचार्य ने कहा है रामंदिर के निर्माण के लिए उचित तिथि और शुभ मुहूर्त होना चाहिए।
राममंदिर भूमिपूजन से ठीक पहले शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव पाए गए प्रदीप दास मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के शिष्य है। हलांकि रामजन्मभूमि पुजारी की जिम्मेदारीर संभाल रहे सत्येंद्र दास की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
सत्येंद्र दास के शिष्य प्रदीप दास की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब यह भी सवाल खड़ा हो गया है कि क्या मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल हो पाएंगे। इस सवाल को'वेबदुनिया' के अयोध्या प्रतिनिधि को आचार्य सतेंद्र दास ने फोन पर बताया कि मेरा शिष्य कोरोना पॉजिटिव आया है और अब ट्रस्ट को ही तय करना है कि मेरी उपस्थिति भूमिपूजन के अवसर पर रहेगी या नहीं।