नई दिल्ली। अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर के निर्माण में कम से कम तीन वर्ष का समय लगेगा और इस उद्देश्य के लिए निर्माण कंपनी लार्सन एंड टू्ब्रो, केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई), आईआईटी मद्रास के साथ मिलकर काम कर रही है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
चंपत राय ने कहा कि मंदिर का निर्माण 1000 वर्ष का विचार करके किया जा रहा है और इसमें मिट्टी, पानी एवं अन्य प्रभावों का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एलएंडटी ने इसके लिए योग्यतम लोगों को अपने साथ जोड़ा है। मिट्टी की ताकत को मापने के लिए आईआईटी मद्रास की सलाह ली गई है।
यह पूछे जाने पर कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनने में कितना समय लगेगा, चंपत राय ने कहा कि इसमें कम से कम 3 वर्ष लगेंगे। तीन वर्ष अर्थात 36 महीने। 36 महीने से 40 महीने लग सकते हैं लेकिन इससे कम नहीं। इतना धैर्य रखना पड़ेगा।
मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ऑनलाइन माध्यम से योगदान देने की व्यवस्था है, ऐसे में कोई भी योगदान कर सकता है। पैसे पर किसी धर्म का नाम नहीं लिखा होता है। (भाषा)