महारानी एलिजाबेथ II की तस्वीर वाले सिक्कों और नोटों का अब क्या होगा

शनिवार, 10 सितम्बर 2022 (07:52 IST)
सत्तर सालों से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ब्रिटेन के लोगों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन गईं थीं। उनकी तस्वीरें सिक्कों से लेकर कई दूसरी जगहों पर देखी जा सकती हैं।
 
सिक्कों पर तस्वीरें
ब्रिटेन में रानी की तस्वीर के साथ क़रीब 290 करोड़ सिक्के इस्तेमाल हो रहे हैं। साल 2015 में सिक्कों का सबसे नया डिज़ाइन जारी हुआ था, तब महारानी 88 साल की थीं। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के शासन में उनकी तस्वीर वाले सिक्के जारी करने का ये पांचवां मौका था।
 
रॉयल मिंट ये नहीं बताएगा कि वो किंग चार्ल्स की तस्वीर वाले सिक्के कब से जारी करना शुरू करेगा, लेकिन मुमकिन है कि सिक्कों को बदलने का काम धीरे धीरे होगा और अगले कई सालों तक महारानी की तस्वीर वाले सिक्के इस्तेमाल होते रहेंगे।
 
साल 1971 में जब सिक्कों को अपडेट किया गया था, उस वक्त कई राजाओं की तस्वीरों वाले सिक्कों का इस्तेमाल आम था।
 
राजा की तस्वीर वाला सिक्का कैसा दिखेगा, इसकी जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है। साल 2018 में उनके 70वें जन्मदिन पर जारी सिक्कों से एक झलक ज़रूर मिलती है। एक बात साफ़ है, तस्वीर में वो दूसरी तरफ़ देख रहे होंगे यानी दाएं तरफ़। पारंपरिक तौर पर जब सिक्के पर तस्वीर बदली जाती है तो उसका मुंह पिछले राजा या रानी से दूसरी तरफ़ होगा।
 
सरकार की तरफ़ से एक बार सहमति मिलने के बाद साउथ वेल्स स्थित रॉयल मिंट नई डिज़ाइन के सिक्के बनाना शुरू कर देता है।
 
साल 1960 से ही महारानी बैंक ऑफ़ इंग्लैंड क हर नोट पर नज़र आती हैं। हालांकि स्कॉटिश और आइरिश नोटों पर मोनार्क की तस्वीर नहीं होगी।
 
इंग्लैंड में करीब 450 करोड़ नोट इस्तेमाल में हैं। जिनकी कुल कीमत आठ हज़ार करोड़ है। सिक्कों की तरह ये भी धीरे धीरे बदले जाएंगे।
 
पहले से चलने वाले सभी नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे। किसी तरह से बदलाव की स्थिति में बैंक ऑफ़ इंग्लैंड कई नोटिस जारी करेगा।
 
स्टैंप और पोस्टबॉक्स
साल 1967 से रॉयल मेल के सभी स्टैंप्स पर महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की तस्वीर थी। अब रॉयल मेल ने ये स्टैंप बनाने बंद कर दिए हैं। लेकिन पुराने वालों का इस्तेमाल जारी रहेगा। नए स्टैंप प्रिंट करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी।
 
नए राजा की तस्वीर पहले रॉयल स्टैंप पर आ चुकी है लेकिन नया डिज़ाइन कैसा होगा, रॉयल मेल ने अभी ये नहीं बताया है। स्टैंप के अलावा कई पोस्ट बॉक्स पर महारानी स जुड़े संकेतों का इस्तेमाल किया जाता है,
 
ब्रिटेन के 115,000 पोस्ट पॉक्स में से 60 प्रतिशत पर महारानी का EIIR मार्क है। इसमें E का मतलब एलिजाबेथ है और R का मतलब रेगिना या महारानी। स्कॉटलैंड में स्कॉटिश क्राउन की तस्वीर होती है। स्कॉटलैंड से बाहर सारे पोस्टबॉक्स में राजा के निशान लगाए जाएंगे।
 
रॉयल सील
टोमैटो केचअप से लेकर पर्फ्यूम की बोतलों तक, कई रोज़मर्रा की चीज़ों पर एक सील लगी होती है जिसपर लिखा होता है, "हर मेजेस्टी की नियुक्ति से"
 
इन चीज़ों को रॉयल वारंट मिला होता है, जिसका मतलब है कि कंपनी जो इन्हें बनाती है, वो शाही घरों में भी इनकी सप्लाई करती है।
 
पिछले एक शताब्दी से मोनार्क या फिर उनके पति/पत्नी रॉयल वारंट जारी करते रहे हैं। इन्हें ग्रांटर कहते हैं। अभी ऐसे क़रीब 900 रॉयल वारंट हैं जो 800 कंपनियों के पास हैं।
 
जब ग्रांटर की मृत्यु होती है, तो उनके रॉयल वारंट ख़त्म हो जाते हैं। कंपनी को दो सालों के भीतर उन निशानों का इस्तेमाल बंद करना होता है। हालांकि क्वीन मदर के वारंट पांच साल तक चले थे।
 
प्रिंस ऑफ़ वेल्स रहते जो वारंट चार्ल्स ने जारी किए हैं, वो चलते रहेंगे। अब राजा अपने बच्चों को वारंट जारी करने का अधिकार दे सकते हैं।
 
पासपोर्ट का क्या होगा
ब्रिटेन के पासपोर्ट 'हर मैजेस्टी' के नाम पर जारी किए जाते हैं। इन पासपोर्ट का इस्तेमाल होता रहेगा। नए पासपोर्ट के पहले पन्ने पर 'हिज़ मैजेस्टी' लिखा जाएगा। इंग्लैंड और वेल्स की पुलिस के हेलमेट प्लेट पर लगी महारानी की तस्वीर बदल जाएगी।
 
मोनार्क द्वारा नियुक्त किए गए वकीलों को क्वीन्स काउंसिल बताया जाता था जिन्हें अब तत्काल प्रभाव से किंग्स काउंसिल कहा जाएगा।
 
राष्ट्रीय गान के शब्द जो अभी 'गॉड सेव द क्वीन'। आधिकारिक समारोह में राजा नियुक्त किए जाने के बाद सेंट जेम्स पैलेस की बालकनी से 'गॉड सेव द किंग' शब्दों का एलान किया जाएगा। 1952 के बाद पहली बार इन शब्दों के साथ राष्ट्रगान बनेगा।

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