जाने-माने मलयाली लेखक केपी रामानुन्नी को एक धमकी भरा पत्र मिला है, जिसमें उन्हें 6 महीने के अंदर इस्लाम कबूल करने को कहा गया है।
पत्र में धमकी दी गई है कि ऐसा नहीं करने पर उनके हाथ-पैर काट दिए जाएंगे। रामानुन्नी ने इस संबंध में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की जाँच की जा रही है।
रामानुन्नी ने बीबीसी को फ़ोन पर बताया कि 7 दिन पहले उनके कोझिकोड स्थित घर पर एक गुमनाम पत्र आया। जिसे मलापुर्रम ज़िले के मंजेरी से डाक से भेजा गया था। पत्र में उनपर मुस्लिम युवाओं को भड़काने और गलत राह दिखाने के आरोप लगाए गए हैं।
'प्रोफ़ेसर जोसेफ़ जैसा हाल कर देंगे' : रामानुन्नी ने बताया कि उन्होंने कुछ दिन पहले एक लेख लिखा था जिसमें हिंदू और मुस्लिम समुदायों की तुलनात्मक बातें लिखी गई थी। इस लेख के प्रकाशित होने के बाद ही उन्हें यह धमकी भरा पत्र मिला।
पत्र में लिखा गया है कि रामानुन्नी की हालत प्रोफेसर टीजे जोसेफ की तरह ही कर दी जाएगी। प्रोफेसर टीजे जोसेफ पर भी इस्लाम में धार्मिक भावनाएं आहत करने वाला प्रश्न पत्र तैयार करने का आरोप लगाया गया था।
4 जुलाई 2010 को जब प्रोफेसर जोसेफ एक चर्च से अपने घर की तरफ लौट रहे थे तब उन पर कुछ कट्टरपंथी संगठन के लोगों ने हमला कर दिया था और उनका दायां हाथ काट दिया था।
ऐसी धमकियां बर्दाश्त नहीं : रामानुन्नी ने बताया कि पत्र में धमकी दी गई है कि अगर 6 महीने के अंदर उन्होंने इस्लाम कबूल नहीं किया तो उनके दाएं हाथ और बाएं पैर को काट दिया जाएगा, उन्हें अल्लाह की बेइज्जती करने की सज़ा दी जाएगी।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि उनकी सरकार लेखकों और विचारकों को मिलने वाली इस तरह की धमकियों के ख़िलाफ़ सख्त कदम उठाएगी। अपने फ़ेसबुक पेज पर उन्होंने लिखा है कि प्रगतिशील लेखकों और विभिन्न विचारों को उठाने वाले लोगों को मिलने वाली धमकियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
रामानुन्नी को मिले धमकी भरे पत्र के संबंध में कोझिकोड शहर की पुलिस से जब बीबीसी ने संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उन्हें एक दिन पहले यह शिकायत मिली है, इसकी जांच की जा रही है। रामानुन्नी को केरल साहित्य अकादमी सम्मान सहित कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।