शैंपू एक ऐसा उत्पाद है जो आज हर युवती इस्तेमाल करती है। इसके बिना बालों को धोने की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। शैंपू में सोडियम लॉरिल सल्फेट होता है। समय से पहले बूढ़ा बना देना इसका साइड इफेक्ट है।
कृत्रिम सुगंध का सौंदर्य प्रसाधनों में भारी उपयोग होता है। इससे त्वचा में खुजली हो सकती है, सिरदर्द हो सकता है तथा ददोड़े भी उठ सकते हैं। इसका एक साइड इफेक्ट घातक है और वह है त्वचा का रंग काला होना।
चेहरे को साफ करने वाले उत्पादों जैसे क्लींजर्स या क्लियरिफाइंग लोशंस में मिनरल ऑइल का खूब प्रयोग किया जाता है। यह त्वचा के रोम कूपों को बंद करके उन्हें चौड़ा कर देता है।
कृत्रिम रंग भी त्वचा के रखरखाव एवं हेअर डाई जैसे उत्पादों में बहुतायत से इस्तेमाल किया जाता है। इनमें मौजूद रसायनों से गंभीर किस्म के ददोड़े और एलर्जिक रिएक्शन हो सकती है।