त्वचा को सुन्दर व स्वस्थ रखने में सहायक एक उत्तम उपाय है तेल मालिश करना। मालिश के लिए तिल, सरसों, मूँगफली, नारियल, जैतून और बादाम आदि का तेल प्रयोग किया जाता है।
तिल का तेल भारी, रंग को गोरा करने वाला, वात कफ नाशक, शीतल स्पर्श वाला, रक्तपित्त कारक, गर्भाशय शुद्ध करने वाला, रोग, मस्तक शूल आदि का नाश करने वाला, शरीर में हल्कापन लाने वाला होता है।
सरसों का तेल अग्नि प्रदीप्त करने वाला, हलका, स्पर्श में उष्ण, तीक्ष्ण और कफ, मेद, वात, बवासीर, सिर व कान के रोग, खुजली, कृमि कुष्ठ आदि को नष्ट करने वाला होता है। मूँगफली का तेल बादाम और जैतून तेल के समान गुणकारी होता है। मालिश करने पर त्वचा में चिकनापन नहीं बल्कि रूखापन लाता है।