भाजपा ने गठबंधन धर्म नहीं निभाया : रालोसपा

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे के बाद अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच कुछ निवार्चन क्षेत्रों पर दावेदारी को लेकर मतभेद हो गया है।
 
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को 43 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी लेकिन उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) इससे नाराज है। वह इस बात से नाराज है कि भाजपा ने गठबंधन धर्म का पालन किए बिना एकतरफा अंदाज में उम्मीदवारों की घोषणा कर दी।
 
रालोसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और महासचिव फजल इमाम मलिक ने कहा कि उनकी पार्टी ने सीटों के बंटवारे को लेकर कभी कोई ऐतराज नहीं जताया लेकिन भाजपा ने सलाह-मशविरे के बिना अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। यह गठबंधन धर्म के खिलाफ है। अभी केवल सीटों का बंटवारा हुआ था। यह तय नहीं हुआ था कि किस सीट से कौन लड़ेगा। भाजपा ने हमें विश्वास में लिए बिना ही उम्मीदवार तय कर दिए।
 
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा इस बात को लेकर भी मोलभाव कर रही है कि हमारा कौन नेता कहां से चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह तय करने का अधिकार केवल रालोसपा को है कि उसका कौन नेता कहां से लड़ेगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा की कोई सीट नहीं मांग रही है बल्कि वह उन सीटों पर दावा कर रही है जो पहले जनता दल यूनाइटेड के पास थीं।
 
इस बीच भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कोई नाराजगी नहीं है। भाजपा ने तालमेल बैठाने की अधिकतम कोशिश की है। अब कोई विवाद नहीं है। इससे पहले कल भाजपा की तीन टीमों ने लोजपा, रालोसपा और हिन्दुस्तान अवाम लीग (हम) के नेताओं के साथ बैठक की थी। माना जा रहा है कि लोजपा के 28 उम्मीदवार तय हो गए हैं जबकि 12 पर अभी फैसला नहीं हुआ है।
 
कई दिनों तक चली माथापच्ची के बाद सोमवार को राजग के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बनी थी। इसके लिए भाजपा को हम के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और लोजपा के नेता रामविलास पासवान को मनाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी लेकिन अब कुशवाहा नाराज हो गए हैं। (वार्ता)

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