पटना। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को बिहार चुनाव के लिए भाजपा का संकल्प पत्र जारी कर दिया। इसमें तीन लाख शिक्षकों की नियुक्ति करने सहित शिक्षा, चिकित्सा एवं अन्य क्षेत्रों में 19 लाख नए रोजगार देने, कोरोना वायरस का नि:शुल्क टीका लगाने और बिहार को सूचना प्रौद्योगिकी का केंद्र बनाने सहित 11 संकल्प व्यक्त किए गए हैं।
इसे 'आत्मनिर्भर बिहार का रोडमैप 2020-25' का नाम दिया गया है। इसके तहत 5 सूत्र, एक लक्ष्य, 11 संकल्प रखे गए हैं। इसके साथ ही पार्टी ने 'भाजपा है, तो भरोसा है' का नारा भी दिया है।
इस दौरान भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, नित्यानंद राय, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा कि बिहार एक ऐसा राज्य है जहां सभी नागरिक राजनीतिक रूप से संवेदनशील और अच्छी तरह से सूचित हैं और वे उन वादों को जानते और समझते हैं जिन्हें पार्टी करती है।
उन्होंने कहा कि हमने भरोसे को आधार मानकर संकल्प पत्र तैयार किया है। हमारे हर संकल्प पत्र में वादे को पूरा करने की प्रतिबद्धता होती है। इसलिये जब कभी हमारे घोषणापत्र के बारे में पूछा जाता है तब हम उन्हें विश्वास के साथ जवाब दे सकते हैं कि हमने जो वादा किया था, उसे पूरा करते हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि जब तक कोरोना वायरस का टीका नहीं आता है, तब तक मास्क ही टीका है, लेकिन जैसे ही टीका आ जायेगा तो भारत में उसका उत्पादन बड़े स्तर पर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि जब टीका तैयार हो जायेगा तब हर बिहारवासी को कोरोना वायरस का टीका निः शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। भाजपा की वरिष्ठ नेता ने कहा कि जब हम विकास की बात करते हैं तब 1990 से 2005 के 15 साल के शासनकाल और 2005 से 2020 के शासनकाल की तुलना करें तो स्थिति स्पष्ट होगी।
उन्होंने कहा कि बिहार में राजग सरकार के पिछले 15 वर्षों के शासन में राज्य की जीडीपी 3 प्रतिशत से बढ़कर 11.3 प्रतिशत हो गया है। बिहार का बजट 2005 के 23 हजार करोड़ रुपए से बढ़कर दो लाख करोड़ रुपए हो गया है, कृषि विकास दर दो प्रतिशत से बढ़कर 8.5 प्रतिशत हो गई, बिजली उत्पादन 22 प्रतिशत से बढ़कर अब 100 प्रतिशत हो गया और प्रति व्यक्ति आय में भी काफी वृद्धि दर्ज की गई।
सीतारमण ने कहा कि 2005 से पहले के औद्योगिक उत्पादन का सतत आंकड़ा नहीं मिला है क्योंकि पूर्व की सरकार की प्राथमिकता औद्योगिक विकास नहीं था। राजग सरकार के दौरान प्रदेश की औद्योगिक विकास दर 17 प्रतिशत हो गई है।
लोजपा प्रमुख चिराग पासवान भी एक दिन पहले अपने 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' संकल्प पत्र जारी कर चुके हैं। वहीं, विपक्षी महागठबंधन में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल ने पहले ही अपना संयुक्त घोषणा पत्र सार्वजनिक कर दिया है।