बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस का दावा, करीब 23 लाख महिलाएं नहीं डाल सकेगी वोट

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

रविवार, 5 अक्टूबर 2025 (14:10 IST)
Bihar Election News : कांग्रेस नेता अलका लांबा ने रविवार को चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर चुनाव आयोग द्वारा बिहार में SIR के नाम पर भारी फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि इस चुनाव में करीब 23 लाख महिलाएं वोट नहीं दे पाएंगी।
 
उन्होंने कहा कि बिहार में करीब साढ़े 3 करोड़ महिला मतदाता हैं, लेकिन करीब 23 लाख महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए। ये महिलाएं आगामी विधानसभा चुनावों में वोट नहीं दे पाएंगी। हमारा मानना है- ये फैसला संविधान के खिलाफ है। 
 
अलका लांबा ने कहा कि बिहार के जिन 6 जिलों में लाखों महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से काटे गए हैं, उनमें गोपालगंज, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, भोजपुर और पूर्णिया विधानसभा शामिल हैं।
 
अलका लांबा ने कहा कि बिहार के जिन 6 जिलों में सबसे ज्यादा महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से काटे गए, उनमें करीब 60 विधानसभा सीटें आती हैं। साल 2020 के विधानसभा चुनाव का आंकड़ा देखें तो यहां इंडिया गठबंधन ने 25 सीटें जीती थीं। यहां करीबी मुकाबला था।
 
कांग्रेस नेता ने कहा कि अब चुनाव आयोग ने SIR के नाम पर इन्हीं सीटों पर भारी फर्जीवाड़ा करने का काम किया है। बिहार में जहां करीब 23 लाख महिलाओं के नाम काट दिए गए। वहीं, करीब 15 लाख पुरुषों के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरे देश में इसी 'वोट चोरी' के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चला रही है, जिसमें हम 5 करोड़ हस्ताक्षर जुटाएंगे।

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी एक तरफ बिहार में चुनाव को प्रभावित करने के लिए महिलाओं के खाते में पैसा डाल रहे हैं। दूसरी तरफ, उन्होंने चुनाव आयोग के साथ मिलकर बिहार की करीब 23 लाख महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए। नरेंद्र मोदी ने टारगेट कर महिलाओं के वोट काटे हैं और उनके अधिकार भी छीने हैं। लेकिन नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग कितनी भी कोशिश कर लें, हम बिहार में 'वोट चोरी' नहीं होने देंगे। 
 
इससे पहले कांग्रेस ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग ने बिहार में जमकर 'वोट चोरी' की है। वोट चोरी के ये कारनामे चुनाव आयोग द्वारा जारी फाइनल वोटर लिस्ट में सामने आए हैं। जैसे: जमुई में एक ही घर के पते पर 247 वोटर रजिस्टर कर दिए गए, मुजफ्फरपुर में एक व्यक्ति का नाम वोटर लिस्ट में 3 बार दर्ज है और फाइनल लिस्ट आने के बाद भी वोटर लिस्ट में मृतकों के नाम दर्ज हैं। ये कुछ मामले हैं, जो सामने आए हैं, लेकिन फर्जीवाड़े की लिस्ट लंबी है।

नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग बिहार में 'वोट चोरी' कर लोगों का अधिकार, रोजगार और उनका भविष्य चोरी करना चाहते हैं। लेकिन वो याद रखें- बिहार की जनता 'वोट चोरी' नहीं होने देगी और चुनावों में कड़ा सबक सिखाएगी।
edited by : Nrapendra Gupta 

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