सितम्बर महीने में अभिषेक बच्चन और शाहिद कपूर की फिल्में रिलीज हुईं और हमेशा की तरह दर्शकों को आकर्षित करने में नाकाम रही। दोनों सितारों को झटका लगा है कि क्योंकि फ्लॉप फिल्मों के ढेर पर वे बैठे हैं।
ब्रेक के बाद अभिषेक बच्चन ने 'मनमर्जियां' से वापसी की। फिल्म को तारीफ तो मिली, लेकिन दर्शक नहीं। फिल्म खास कलेक्शन नहीं कर पाई। ट्विटर पर जब लोगों ने फिल्म को फ्लॉप कह डाला जो जूनियर बच्चन भड़क गए और फिल्म का इकानॉमिक्स समझाने लगे। कुछ ने उन्हें एक्टिंग छोड़ वड़ा पाव बेचने की सलाह दे डाली।
अभिषेक ने अपने लंबे करियर में इक्का-दुक्का हिट फिल्म दी है। मनमर्जियां का जो रिजल्ट आया है उससे वे निर्माता सोच में पड़ गए हैं जो अभिषेक को लेकर फिल्म प्लान कर रहे हैं।
अभिषेक न एक्टर अच्छे हैं और न डांसर। न वे पॉपुलर हैं। ऐसे में उनको लेकर फिल्म बनाना बेहद जोखिम भरा है।
दूसरी ओर शाहिद कपूर का भी यही हाल है। 'बत्ती गुल मीटर चालू' वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाई जैसी कि उम्मीद थी। शाहिद को चांस पे चांस मिले हैं, लेकिन सोलो हीरो के रूप में उनकी फिल्में नहीं चल पाई। विवाह और जब वी मेट जैसी कुछ फिल्मों को छोड़ दिया जाए तो उनकी फिल्में असफल ही रही हैं।
वे अच्छे एक्टर हैं। डांस भी अच्छा कर लेते हैं, लेकिन गलत फिल्म चुन लेते हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि सफल होने के लिए क्या करे।
घोर आश्चर्य की बात तो यह है कि जहां कुछ एक्टर्स की एक या दो फिल्में फ्लॉप होते ही वे गुमनामी के अंधेरे में खो जाते हैं वहीं शाहिद और अभिषेक को अभी भी काम मिल रहा है।
यह इस बात की ओर इशारा करता है कि फिल्म इंडस्ट्री में स्टार की कितनी कमी है।