सोनू सूद : फटा पोस्टर निकला हीरो

समय ताम्रकर

मंगलवार, 26 मई 2020 (12:03 IST)
सोनू सूद इस समय उन लोगों के लिए मसीहा बन कर उभरे हैं जो लोग कोरोना वायरस के चलते मुसीबतों से घिरे हुए हैं। खासतौर पर वे लोग जो अपने घर लौटना चाहते हैं, लेकिन फंसे हुए हैं। उन्हें कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है। किसी के पास पैसा नहीं है। जिसके पास पैसा है तो साधन नहीं है। 
 
सोनू सूद ने जब यह स्थिति देखी तो वे विचलित हो गए। सड़क पर पैदल जा रहे मजदूर, जिनमें छोटे-छोटे बच्चे भी हैं, महिलाएं और बुजुर्ग भी हैं, जो चिलचिलाती धूप में सैकड़ों मील का सफर तय कर रहे हैं। इन बातों के कारण सोनू सूद अपने आरामदेह बिस्तर पर सो नहीं पाए। वे कहते हैं कि आखिर उन्हें नींद कैसे आ सकती है जब इतने सारे लोग भूखे और सड़कों पर हैं। 
 
सोनू सूद ने कुछ करने की ठानी और बात बनती गई। उन्होंने बसों का इंतजाम किया और लोगों को उन जगह पहुंचाने की कोशिश की जहां वे जाना चाहते हैं। 


 
सोनू की यह पहल देखते ही देखते सुर्खियों में आ गई। जब लोगों को पता चला कि परदे पर विलेन की भूमिका निभाने वाला यह कलाकार रियल लाइफ हीरो है तो सोनू को लोग ट्वीट करने लगे। उन्हें अपनी समस्या बताने लगे।
 
किसी ने कहा कि घर उसकी मां अकेली है और उसका जाना जरूरी है। किसी ने कहा कि उसके पास पैसा नहीं है घर जाने का। सोनू ने सबकी समस्याएं पढ़ी और कई को आश्वासन दिया कि वे उनकी मदद करेंगे। सोनू ने यथासंभव सबकी मदद करना शुरू भी किया।
 
सोनू ने मुसीबत के मारों के अलावा मुंबई पुलिस की भी मदद की। पुलिस कर्मचारी दिन-रात ड्यूटी कर रहे हैं। घर जाने का समय नहीं है। उन्हें दैनिक नित्य कर्म करने के लिए अच्‍छी सुविधाएं भी नहीं है। 
 
यह देख सोनू ने अपने होटल के दरवाजे खोल दिए। उन्हें कमरे दिए ताकि वे आराम कर सके। अच्छा खाना दिया ताकि वे ऊर्जावान होकर अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से कर सके। 
 
कोविड 19 के खिलाफ इस जंग में बॉलीवुड अपने स्तर पर योगदान दे रहा है। कई सितारों ने राहत कोष में करोड़ों रुपये दिए हैं। कुछ ने राहत सामग्री का वितरण किया है। कुछ ने भोजन की व्यवस्था करवाई। कुछ ने मेडिकल स्टाफ को जरूरी चीजें मुहैया करवाई। 


 
सोनू ने मैदान में उतरने का फैसला किया। अपने ऐशो-आराम को छोड़ वे सड़कों पर आ गए। ऐसा नहीं है कि जोखिम के बारे में उन्हें पता नहीं है, वे जरूरी सावधानियां बरतते हुए काम कर रहे हैं। आखिर पुलिस और स्वास्थ्यकर्मी भी तो यह जोखिम उठा रहे हैं। 
 
वे लोग सोनू को अपने बीच पाकर बेहद खुशी महसूस कर रहे हैं जिनकी सोनू मदद कर रहे हैं। उन्हें यकीन नहीं हो पा रहा है कि वह सितारा उनके बीच मौजूद है जिसे वे बिग स्क्रीन पर देखते आए हैं। 
 
सोनू जैसे कई लोग है जो इसी तरह काम कर रहे हैं जैसे सोनू कर रहे हैं। चूंकि सोनू लोकप्रिय हैं, इसलिए उनके कामों की चर्चा ज्यादा हो रही है। 
 
सोनू की तारीफ सुन वे लोग भी खुश हो जाते हैं जो सड़कों पर सोनू की तरह डटे हुए हैं। यह उन्हें अपनी ही तारीफ लगती है। 
 
वैसे भी कोई यह काम तारीफ पाने के लिए नहीं करता। हमारे यहां तो कहा भी जाता है कि मदद दाएं हाथ से इस तरह करो कि बाएं हाथ को भी पता नहीं चले। 

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