6-7 साल का समय खासा होता है और जान्हवी कपूर (Janhvi Kapoor) फिल्मी दुनिया में इतना वक्त बिताने के बाद भी अब तक अपना कोई स्थान नहीं बना पाई है जबकि वे एक फिल्मी परिवार से हैं।
पिता बोनी कपूर (Boney Kapoor) बरसों से फिल्म बना रहे हैं, मां श्रीदेवी (Sridevi) ने वर्षों तक अपने ग्लैमर और अभिनय से फिल्म वर्ल्ड में राज किया। जान्हवी की सोशल मीडिया के कारण ही चर्चा होती है, फिल्म या अभिनय के कारण नहीं।
जान्हवी न तो स्टार बन पाई कि दर्शकों में अपनी स्क्रीन प्रेजेंस से उन्माद जगा दें, न ही वे एक एक्ट्रेस के रूप में ऐसा प्रभाव छोड़ पाई कि अभिनय के जरिये लोगों के दिलों पर छा जाए।
श्रीदेवी ने दक्षिण भारतीय सिनेमा में छाप छोड़ने के बाद हिंदी फिल्मों की ओर रूख किया और यहां भी ऐतिहासिक सफलता हासिल की।
जान्हवी अब हिंदी सिनेमा में उम्मीद के अनुरूप सफलता न मिलने के बाद दक्षिण भारत की फिल्मों की ओर रूख किया है।
देवरा पार्ट 1 (Devara part 1) नामक तेलुगु फिल्म (जिसे कई भाषाओं में डब कर रिलीज किया जाएगा) में वे दक्षिण भारत के स्टार एनटीआर जूनियर (NTR Junior) के अपोजिट नजर आएंगी।
बजट और स्टार के पैमाने पर तोला जाए तो यह जान्हवी के करियर की सबसे बड़ी फिल्म है। सही मायनों में देवरा 1 की सफलता जान्हवी के करियर में उछाल ला सकती है।
जूनियर एनटीआर के कारण इस फिल्म को देश-विदेश में कई दर्शक मिलेंगे और इस मूवी के जरिये जान्हवी उन दर्शकों तक पहुंचेंगी जो उन्हें अभी सिर्फ इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिये ही जानते हैं।
बॉक्स ऑफिस पर देवरा 1 यदि सुपरहिट होती है तो दक्षिण भारत के साथ-साथ बॉलीवुड में भी उनकी मांग बढ़ जाएगी। निर्माता-निर्देशक उन्हें गंभीरता से लेने लगेंगे। साथ ही नामी स्टार्स भी जान्हवी के साथ फिल्म करने की सोचेंगे।
अभी तक जान्हवी ने जितनी फिल्में की हैं उसमें वरुण धवन (बवाल) के अलावा उन्हें बड़े सितारे के साथ काम करने का मौका नहीं मिला है। जूनियर एनटीआर जैसे सितारे के साथ 'देवरा 1' में काम करना उनके करियर में यू टर्न ला सकता है।