बॉलीवुड में कुछ स्टार्स ऐसे हैं जो अवॉर्ड फंक्शन्स से दूरी बना कर रखते हैं। जॉन अब्राहम भी उनमें से एक हैं। वे किसी भी फिल्म पुरस्कार समारोह में जाना पसंद नहीं करते हैं। जॉन ने बतौर निर्माता 'विकी डोनर' बनाई थी जिसे कुछ पुरस्कार भी मिले थे। बावजूद इसके जॉन को इन पुरस्कार पर विश्वास नहीं है। उनका मानना है कि ये कार्यक्रम टीवी की टीआरपी बटोरने के लिए किए जाते हैं और इनमें विश्वसनीयता उन्हें नजर नहीं आती।
जॉन के अनुसार एक बार उन्हें पुरस्कार समारोह का आयोजकों ने सम्पर्क किया और कहा आपको अवॉर्ड तभी दिए जाएंगे जब आप परफॉर्म करेंगे। तभी से जॉन इसे 'सर्कस' कहने लगे। हालांकि उन्हें उन कलाकारों से कोई आपत्ति नहीं है जो इन पुरस्कार समारोह में परफॉर्म करते हैं। जॉन को तो शादियों में भी नाचना पसंद नहीं है। गौरतलब है कि बॉलीवुड के कुछ कलाकारो पैसे लेकर शादियों में शिरकत करते हैं और डांस भी करते हैं।
बीस साल से हाथ नहीं लगाया
जिस तरह से सनी देओल, अक्षय कुमार अपने अनुशासित जीवन के लिए जाने जाते हैं वैसा ही हाल जॉन का भी है। वे अनुशासन में जीना पसंद करते हैं। पिछले बीस वर्षों से वे अपनी तय 'डाइट' ले रहे हैं। बीस वर्षों से उन्होंने तेल, डेरी प्रोडक्ट्स, चॉकलेट्स, शकर, शराब और सिगरेट से दूरी बना रखी है। वे अपने फैंस से भी अपील करते हैं कि जहां तक संभव हो इन चीजों से बच कर रहना चाहिए साथ ही कम से कम एक घंटा रोजाना कसरत करनी चाहिए।
मध्यमवर्गीय मूल्यों पर यकीन
जॉन अब्राहम मध्यमवर्गीय मूल्यों पर सितारा बनने के बाद भी यकीन करते हैं। वे कहते हैं कि लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करना चाहिए। खुद जॉन कई बार रिक्शा का उपयोग करते हैं। जॉन के अनुसार उनकी मां और उनके पिता अभी भी कहीं आने-जाने के लिए रिक्शा का उपयोग करते हैं। जॉन के अनुसार उनके बहुत ज्यादा खर्चे नहीं है और वे सादगी से जीवन जीने में विश्वास करते हैं।