सनी देओल की गदर 2 की सफलता के 5 कारण

Webdunia
बुधवार, 16 अगस्त 2023 (19:06 IST)
Gadar 2 ने बॉक्स ऑफिस पर गदर मचा दिया है। किसी ने सोचा नहीं था कि सनी देओल की यह फिल्म सिनेमाघरों में दर्शकों और पैसों की बरसात कर देगी। मेट्रो सिटीज़ से लेकर तो छोटे कस्बों तक, मल्टीप्लेक्स से लेकर तो सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर तक फिल्म को जबरदस्त रिस्पांस मिला है। आखिर इस फिल्म की सफलता का राज क्या है? 
 
गदर 2001 में रिलीज हुई थी। 22 साल पहले। लेकिन यह मूवी बार-बार टीवी पर दिखाई गई। इसे टीवी पर भी खूब पसंद किया गया और 22 साल बीतने के बाद भी दर्शकों के दिलो-दिमाग पर यह फिल्म छाई रही। इसलिए जब सीक्वल रिलीज हुआ तो दर्शकों में इस बात की उत्सुकता था कि दूसरे पार्ट में क्या दिखाया जाएगा। इसलिए फिल्म देखने के लिए दर्शक टूट पड़े। 

सनी देओल को लोग एक्शन अवतार में देखना पसंद करते हैं। वो भी देशी एक्शन। गदर 2 में देशी एक्शन की भरमार है। सनी खंबा उखाड़ते हैं, गाड़ी का पहिया फेंकते हैं, दर्जनों पाकिस्तानियों को धूल चटा देते हैं तो खुशी के मारे दर्शकों की सीटियां और तालियां निकलती है। लंबे समय बाद सनी को उसी अंदाज में पेश किया गया है जिस अंदाज में देखना दर्शक पसंद करते हैं। इसलिए गदर 2 को लोगों ने हाथों-हाथ लिया। 

गदर में पाकिस्तान में जाकर सनी देओल ललकारते हैं और सकीना को बचाते हैं। गदर 2 का भी मिजाज पाकिस्तानी विरोधी कहानी का है। सनी इस बार अपने बेटे को बचाने के लिए सीमा पार जाते हैं और उनकी बैंड बजा देते हैं। दर्शकों को यह बात बहुत पसंद आई। 

 
गदर 2 की कहानी बिलकुल गदर जैसी है। पहले पत्नी को बचाया था अब बेटे को बचाते हैं। डायरेक्टर अनिल शर्मा ने बहुत ज्यादा बदलाव नहीं किए। नए की तलाश में उन्होंने प्रयोग नहीं किए। दर्शकों को वही पेश किया जो देखना चाहते थे। दर्शक एक बार फिर गदर को जीना चाहते थे और उन्हें दोबारा वैसी कहानी देखने में कोई दिक्कत नहीं आई। 

गदर की सफलता के पीछे इमोशन भी बहुत बड़ा कारण है। इस फिल्म को देख लोग पुरानी यादों की जुगाली करने लगे। नॉस्टेल्जिया फीलिंग उन्होंने महसूस की। पुराने गाने और सीन देख उन्हें मजा आ गया। यही कारण है कि गदर 2 ने सफलता के नए रिकॉर्ड बना दिए। 

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