सायरा बानो और दिलीप कुमार साहब के बीच उम्र का फासला इतना था कि जब दिलीप साहब बॉलीवुड के सुपरस्टार बन चुके थे यंग सायरा ने मन ही मन उन्हें पसंद कर लिया था। सायरा के दो ही सपने थे एक तो अपनी मां की तरह प्रसिद्धी पाना और दूसरा दिलीप कुमार से शादी। अल्लाह की रहमत ही थी कि सायरा की ये ख्वाहिशें अधूरी न रहीं। दिलीप कुमार को बेगम सायरा प्यार से 'मेरे कोहिनूर' बुलाती हैं।
दिलीप-सायरा की प्रेम कहानी
सायरा महज 12 साल की रही होंगी जब (तब दिलीप कुमार की उम्र 34 थी) पहली बार उन्हें दिलीप साहब के लिए अपने दिल में मोहब्बत महसूस हुई। सायरा को दिल ही दिल पता था कि एक दिन वे ही दिलीप कुमार की पत्नी बनेंगी। भारतीय सिनेमा की शान 'मुगले आजम' के प्रीमियर पर सायरा दिलीप साहब की एक झलक पाने को बेताब थीं लेकिन वे नहीं आए। सायरा का दिल टूट गया।
इसके कुछ ही वक्त बाद सायरा खुद हीरोइन के रूप में शम्मी कपूर के साथ फ़िल्मी दुनिया में कदम रख रहीं थीं। जंगली फिल्म से करियर शुरू कर रहीं सायरा की पहली मुलाक़ात दिलीप साहब से उनकी मां नसीम बानो की कोशिशों का नतीजा थी। दिलीप साहब बॉलीवुड के बेताज बादशाह थे लेकिन पर्सनल जीवन में कुछ ठीक नहीं चल रहा था। हाल ही में वे खूबसूरत मधुबाला से अलग हुए थे।
इस तरह आए 22 साल की सायरा और 44 साल के दिलीप कुमार करीब
दिलीप कुमार की जिंदगी में सायरा से पहले कई रिश्ते पनपे और दम तोड़ चुके थे। सायरा भी दिलीप साहब की पत्नी बनने के पहले 'जुबली कुमार' राजेंद्र कुमार के प्यार में पड़ चुकीं थीं। सायरा की मां नसीब बानो को इस रिश्ते से खासी दिक्कत थी क्योंकि राजेंद्र कुमार शादीशुदा थे और सायरा का उनके साथ कोई भविष्य नहीं था। बेटी को इस तरह प्यार में पड़ा देख मां ने दिलीप साहब को सायरा को समझाने के लिए बुलाया।
सायरा को समझाने आए दिलीप कुमार खुद सायरा को चाहने लगे। दिलीप कुमार ने अपनी ऑटोबॉयोग्राफी में बताया कि कैसे उन्हें सायरा से मोहब्बत हुई। सायरा के जन्मदिन की पार्टी थी और इस पार्टी में दिलीप कुमार सायरा को देखते ही रह गए। जिसे बेहद कम उम्र समझ पर्दे पर बेमेल जोड़ी लगने के डर से दिलीप साहब फिल्म साथ करने से बच रहे थे आज उसे ही देखकर उनका नजर हटाने का मन नहीं किया।