सयाली भगत ने मॉडलिंग से अपनी शुरुआत की। रितु कुमार, सत्य पॉल और सुनीत वर्मा जैसे डिजाइनर्स के लिए वे रैम्प पर चलीं। कई फैशन वीक्स में उन्होंने हिस्सा लिया। इसके बाद वे बॉलीवुड की दुनिया में आ गईं। ‘द ट्रेन’ के जरिये उन्होंने अपना सफर शुरू किया। इमरान हाशमी इस फिल्म में उनके साथ थे, लेकिन यह फिल्म उन्हें अच्छी शुरुआत नहीं दे पाई। हल्लाबोल, गुडलक, पेइंग गेस्ट, जेल और साउथ की दो फिल्मों में भी उन्होंने अभिनय किया है।
इस वर्ष सयाली की कुछ अच्छी फिल्में प्रदर्शित होने वाली हैं। वे कहती हैं ‘मैं चाहती हूँ कि मेरी कम से कम एक फिल्म हिट जरूर हो।‘ सयाली को स्पोर्ट्स में रूचि है। बचपन में वे बैडमिंटन, टेबल टेनिस और स्कवॉश खेल चुकी हैं। 100 मीटर स्प्रिंट में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। अपने आपको ‘इम्प्रेस मी टाइप गर्ल’ बताने वाली सयाली को शादी पर यकीन है। फिलहाल वे सिंगल हैं।
पिछले वर्ष नवंबर में सयाली ने गोआ में हुए इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इण्डिया में परफॉर्म किया था। इसके बाद अल्बानिया में मिस अल्बानिया की वे जज बनीं। ‘मिस इंडिया टाइटल जीतने के बाद मैं चैरिटी से जुड़ने की लगातार कोशिश करती हूँ। बाबा आमटे के प्रोजक्ट्स से मैं जुड़ी हुई हूँ। उनके बेटे प्रकाश आमटे के साथ जंगल और जंगली जानवरों को बचाने के लिए काम कर रही हूँ। इजिप्ट और सिंगापुर की मैं कल्चरल एम्बेसेडर हूँ।‘ सयाली बताती हैं।
‘हाल ही में मुझे यूगांडा सरकार की ओर से आमंत्रित किया गया था। हमने 25 मिलियन यूएस डॉलर की राशि जुटाकर वहाँ के प्रधानमंत्री को दी।‘ अपनी यूगांडा यात्रा के बारे में सयाली कहती हैं ‘यूगांडा के लोग दोस्ताना व्यवहार करते हैं। मैंने उनसे कहा कि मुझे उनसे जलन होती है क्योंकि वे प्रकृति के नजदीक रहते हैं। वहाँ प्रदूषण नहीं है। भारतीय होने के नाते मुझे उनकी यह बात अच्छी लगी कि वे महात्मा गाँधी की बहुत इज्जत करते हैं। यूगांडा एक डेवलपिंग कंट्री है, लेकिन प्रकृति के नजदीक कैसे रहा जाता है ये बात उनसे सीखी जा सकती है।