एजेंट विनोद में रोलर कोस्टर राइड का मजा : सैफ अली खान
एजेंट विनोद फिल्म सैफ अली के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है। वे इस फिल्म के निर्माता भी हैं और पिछले दो वर्षों से इस फिल्म में व्यस्त हैं। जेम्स बांड नुमा शैली में बनाई गई यह फिल्म बतौर सोलो हीरो उनके करियर की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक है। पेश है सैफ से बातचीत :
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- दर्शक किसे याद रखेंगे सैफ अली खान को या एजेंट विनोद को? श्रीराम राघवन ने महज एक एक्शन थ्रिलर नहीं बनाया है जिसमें जासूसी अपने चरम पर हो, लेकिन उसकी पर्सनेलिटी और जो वह करता है उसके आधार पर इसमें एक दमदार परफॉर्मेंस भी है। मुझे उम्मीद है कि दर्शक भी एजेंट विनोद के इस गुण को पसंद करेंगे। यह एक ऐसा कैरेक्टर है जिसे वह मूवी के बाद भी लंबे समय तक याद रखेंगे।
- क्या फिल्म में आपने भी अपनी तरफ से कुछ ह्यूमरस फेक्टर दिया है? मैंने अपना ह्यूमर डालने की बिल्कुल भी कोशिश नहीं की है। मुझे लगता है कि श्रीराम ने स्क्रिप्ट में वह ह्यूमर पहले से ही डाला हुआ है, लेकिन जब आप उसे एक्सप्रेस करते हैं तब आपको उसे एक अभिनेता की तरह नहीं बल्कि एक शख्स की तरह एक्सप्रेस करना होता है और मैंने फिल्म में कुछ ऐसे हास्यपूर्ण सीन पाए हैं।
- क्या एजेंट विनोद एक्शन जोनर को नए सिरे से परिभाषित करेगी? मैं ऐसा कुछ नहीं कहूंगा कि एजेंट विनोद एक्शन जोनर को नए सिरे से परिभाषित करने वाली है। ऐसा कहना थोड़ा अनुचित और अभिमानी होगा, लेकिन एजेंट विनोद एक थ्रिलर से ज्यादा एक एक्शन एडवेंचर है। यह एक मजेदार रोलर कोस्टर राइड की तरह है। हम जो एक्शन चाहते थे उसे हमने खुद ही किया है। हमने कंप्यूटर और ट्रिक्स पर भरोसा नहीं करने का फैसला लिया है। फिल्म में जो कुछ भी हो रहा है वह वास्तविक और उग्र है, लेकिन इमसें अति नहीं है और यह स्टाइलिश भी है। मुझे नहीं लगता कि हमने किसी चीज को रिडिफाइन किया है।
- एजेंट विनोद में आपने सबसे ज्यादा टफ सीन कौन-सा शूट किया? मूवी का क्लाइमेक्स जिसे दिल्ली में शूट किया गया वह सबसे डिफिकल्ट एक्शन सिक्वेंस था क्योंकि उस सुबह मांसपेशियों में खिंचाव आ गया और मुझे इसी पीड़ा के साथ काफी दौड़ना था। मैंने रितिक को कॉल किया क्योंकि उन्हें ऐसी कंडीशन के बारे में काफी नॉलेज है। वे सिर्फ यही नहीं जानते कि इसका इलाज कैसे किया जाए बल्कि यह भी जानते हैं कि ऐसी हालत में एक्शन सीन कैसे किया जाए और इसके लिए मैं उनका तहे दिल से शुक्रगुजार हूं।
- खास फिल्मों के लिए विविध प्रकार की शैलियों का चयन करना क्या एक सोचा-समझा निर्णय है? कुछ हद तक ऐसा ही है क्योंकि हमारी पिछली दो फिल्में इसी तरह की थी। हम लोगों का रुझान एक्शन जोनर की ओर बढ़ रहा है, कम से कम मेरा तो बढ़ा ही है। मुझे थोड़ा डार्क स्पेस, थोड़ी अलौकिक छवि और थोड़ी जासूसी थ्रिलर फिल्में पसंद हैं। दिनेश विजान को भावुक और घटिया लव स्टोरी पसंद है (हंसते हुए)। दोनों साथ मिलकर बेहतरीन जोड़ी बनाते हैं।
- मेल डॉमिनेंट इंडस्ट्री और वो भी एक एक्शन फिल्म में क्या करीना कपूर को उनकी शानदार अभिनय क्षमता दिखाने का मौका मिला है? श्रीराम राघवन जानते हैं कि करीना कपूर एक बहुत ही उम्दा कलाकार हैं और निजी तौर पर कहूं तो वह वाकई में एक बहूत अच्छी अभिनेत्री हैं। इस फिल्म में उन्होंने बहुत ही सॉलिड रोल प्ले किया है।
- एजेंट विनोद के रोल को निभाना शारीरिक रूप से कितना चुनौतीपूर्ण था? इससे पहले भी शारीरिक रूप से मैं अपने आपको चुनौती दे चुका हूं, ओमकारा में लगड़ा त्यागी का रोल भी इसी प्रकार का था। एजेंट विनोद में मुझे फिट, बहुत फिट दिखना था। मैंने इसके लिए कड़ी मेहनत की है। एक्शन के लिए बहुत ही थकाने वाला शेड्यूल था। यह बहुत डिमांडिंग है। मैं एक्शन हीरोज का बहुत सम्मान करता हूं क्योंकि जान चुका हूं कि ऐसा बनने में कितनी मेहनत लगती है।
- आज के जमाने में जहां इंडस्ट्री सिर्फ तीन दिन के कलेक्शन पर ही ध्यान देती है, क्या बॉक्स ऑफिस पर एजेंट विनोद लंबे समय तक बनी रहेगी? मैं चाहता हूं कि दोनों ही चीजें हों। मैं जानता हूं कि एजेंट विनोद एक मजबूत शुरुआत करेगी, लेकिन इसका बॉक्स ऑफिस पर लंबे समय तक बने रहना ज्यादा मायने रखता है।