दर्शकों का समर्थन जरूरी : के. के. मेनन

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के.के. मेनन कितने बेहतर कलाकार हैं, ये बताने की जरूरत नहीं है। उनकी प्रशंसा में बहुत लिखा जा चुका है। उनकी अभिनीत फिल्मों को देख उनकी अभिनय क्षमता को समझा जा सकता है। अपनी आने वाली फिल्म ‘संकट सिटी’ को लेकर केके बेहद उत्साहित हैं। आइए जाने क्या कहते हैं वे अपने और फिल्म के बारे में :

अच्छी फिल्में को चाहिए दर्शकों का समर्थन
अच्छी फिल्में व्यवसाय क्यों नहीं करतीं? इस प्रश्न का जवाब मैं भी अरसे से ढूँढ रहा हूँ। मेरी समझ में ये आया है कि इसके लिए दर्शक ही जिम्मेदार हैं। अच्छे सिनेमा या बुरे सिनेमा के भाग्य का निर्धारण दर्शक ही करते हैं। मुझे यह सुनकर बहुत बुरा लगता है जब लोग कहते हैं ‘फिल्म तो अच्छी है, लेकिन चलेगी नहीं।‘ आपके माध्यम के जरिये मैं लोगों से यह कहना चाहूँगा कि लोगों को अब बदलना चाहिए। अच्छे फिल्मकार हमारे बीच मौजूद हैं। जरुरत है अच्छी फिल्मों का समर्थन करने की।

संकट सिटी
फिल्म ‘संकट सिटी’ में सिर्फ मनोरंजन ही नहीं है, बल्कि यह फिल्म सोचने पर भी मजबूर करती है। ऐसा बहुत कम होता है। मैं इस तरह की फिल्म पहली बार कर रहा हूँ। यह फिल्म देख आप मुस्कुराते हुए बाहर निकलेंगे। अगर ऐसा नहीं होता है तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।

पहली-पहली बार
इस फिल्म में कई चीजें मैंने पहली बार की है। मैंने एक ही शॉट में इतने लंबे दृश्य कभी नहीं किए। इस तरह की कॉमेडी मैं पहली बार कर रहा हूँ। एक ही फिल्म के लिए 50 लोकेशन्स पर शूटिंग मैंने पहली बार की है। कूड़े के ढेर पर पूरा दिन मैंने इस फिल्म के लिए ही बिताया है।

अभिनय के नए पहलुओं से परिचय
संकट सिटी के जरिये मैं अपने अंदर छिपे हुए अभिनय के नए पहलुओं से परिचित हुआ। कई फिल्मों की स्क्रिप्ट जब पढ़ो तो वो बहुत मजेदार लगती हैं, लेकिन जब उन्हें परदे पर उतारा जाता है तो मामला गड़बड़ हो जाता है। संकट सिटी स्क्रीन पर भी उतनी ही मजेदार है, जितनी कि इसकी स्क्रिप्ट।

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