'सुपर डांसर चैप्टर 4' की जज गीता कपूर बोलीं- कंटेस्टेंट्स की अपनी ग्रोथ के लिए ईमानदारी से फीडबैक देना जरूरी
बुधवार, 7 अप्रैल 2021 (14:33 IST)
बॉलीवुड कोरियोग्राफर गीता कपूर सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के शो 'सुपर डांसर चैप्टर 4' की जज बनकर लौट रही हैं। इस मौके पर उन्होंने इस नए सीजन और एक किड्स डांस रियलिटी शो को जज करने की चुनौतियों और इस सीजन में 'नचपन' को सेलिब्रेट करने के बारे में बात की।
सुपर डांसर चैप्टर 4 की कौन-सी खूबी इसे सबसे अलग बनाती है?
वर्तमान में भारतीय टेलीविजन पर ऐसा दूसरा मंच नहीं है, जो बच्चों के टैलेंट को सही मायनों में उजागर करे। सुपर डांसर एक ऐसा शो है, जहां बच्चों को ना सिर्फ अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिलता है बल्कि उन्हें शानदार कोरियोग्राफर्स से मार्गदर्शन और मेंटरशिप भी मिलती है। मुझे लगता है वो सबसे खास बात होती है, जब एक बच्चे को किसी गुरु से व्यक्तिगत अटेंशन और मार्गदर्शन मिलता है। यही खूबी हमारे शो को अलग बनाती है। यह सबसे पॉपुलर किड्स डांस शो है। इस बार हमारे पास कुछ असाधारण बच्चे हैं, जो बहुत अच्छा कर रहे हैं। इस शो ने उनके टैलेंट को वो मंच दिया, जिसके वे असली हकदार हैं।
क्या आप इस सीजन की थीम 'नचपन का त्यौहार' के बारे में कुछ बताएंगी?
इस बार हम डांस की खुशी के साथ मासूमियत, बचपन और डांस की पवित्रता का जश्न मना रहे हैं। मेरे लिए नचपन का त्यौहार मतलब डांस की खूबसूरत कला को सेलिब्रेट और एंजॉय करना है। हम निश्चित रूप से कंटेस्टेंट्स को उनकी कुशलता, टेक्निक और बाकी खूबियों के आधार पर परखेंगे, लेकिन सबसे जरूरी बात यह है कि उन्हें मंच पर मजा लेना आना चाहिए।
सुपर डांसर के एक और सीजन की जज के रूप में लौटकर आपको कैसा महसूस हो रहा है?
मुझे ऐसे शो का हिस्सा बनकर गर्व होता है, जो लगातार तीन सीजन्स से बेहद सफल रहा है और अब इसका चौथा सीजन शुरू होने जा रहा है। इसका मतलब यह हुआ कि लोगों ने इस शो और इसके टैलेंट को बहुत पसंद किया और उन्हें अपना बहुत प्यार दिया है। मुझे ऐसे शो का हिस्सा बनने की बेहद खुशी है, जो लोगों के घरों में सकारात्मक माहौल और ढेर सारी खुशियां लेकर आता है।
इस बार के टैलेंट को जज करने के लिए आपका क्या पैमाना होगा?
यह सिर्फ विशुद्ध टैलेंट होगा। हालांकि टेक्निक, पॉश्चर, फॉर्म आदि भी उतने ही जरूरी हैं। मुझे ऐसे कंटेस्टेंट्स की तलाश होगी, जो शुद्ध डांस के प्रेमी हैं और इसे एंजॉय करते हों। कोई ऐसा, जिसमें एक्स फैक्टर हो और अपनी क्षमता से आगे जाने की लगन हो।
सुपर डांसर जैसे शो की जज होने की क्या चुनौतियां हैं?
एक कोरियोग्राफर के रूप में यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं ऊपर बताई गई सभी बातों का ध्यान रखूं। मैं यह देखूंगी कि सारे बच्चे समर्पित रहें और सही चीज लेकर मंच पर उतरें। एक ईमानदार प्रतिक्रिया उनके खुद के विकास के लिए बहुत जरूरी है। चूंकि हमारे कंटेस्टेंट बच्चे हैं, तो हम अपना जजमेंट देने और उन्हें परखने में बहुत सावधानी रखते हैं। इसे बड़े सकारात्मक और रचनात्मक तरीके से करना होता है।
जब बच्चे आपको गीता मां कहकर बुलाते हैं, तो आपको कैसा लगता है?
स्वाभाविक है, मैं ज्यादा कृतज्ञ महसूस करती हूं। यह सोचकर अच्छा लगता है कि वो मुझे गीता मां कहकर बुलाते हैं। जिस तरह से वो मुझमें विश्वास जताते हैं, उससे मेरे लिए यह जरूरी हो जाता है कि मैं अपने जजमेंट में ईमानदार रहूं। मेरे लिए उनके साथ वास्तविक बने रहना और उनके सफर में उनका मार्गदर्शन करना बहुत जरूरी है।
इस सीजन के टैलेंट को लेकर आप क्या कहना चाहेंगी?
इस बार हमारे पास कुछ शानदार टैलेंट है। हमें बड़ी संख्या में पार्टिसिपेंट्स मिले हैं और इसलिए इनमें से टॉप कंटेस्टेंट्स को चुनना काफी चुनौती भरा है। सभी बच्चे अपने-अपने हुनर में माहिर हैं। दर्शकों को इस सीजन के डांसर्स की वैरायटी और क्वालिटी देखकर मज़ा आएगा। जब आप उन्हें अपनी प्रतिक्रिया देते हैं, तो उससे प्रेरित होकर ये बच्चे बहुत जल्दी सीख जाते हैं। दर्शकों के लिए भी यह एक बड़ा सरप्राइज़ होगा और उनका लगातार मनोरंजन होता रहेगा।
बाकी के दो जजों शिल्पा शेट्टी और अनुराग बासु के साथ अपने तालमेल के बारे में कुछ बताइए?
हम तीनों के बीच का तालमेल बिल्कुल नहीं बदला है। जब भी हम एक नए सीजन के साथ वापसी करते हैं, तो हमारा रिश्ता पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो जाता है, और हमारे बीच समझ और बेहतर हो जाती है। हमारी अपनी-अपनी राय है, लेकिन बहुत-सी बातों में हम एक जैसी सोच भी रखते हैं। मैं तो कहूंगी कि यह एक खूबसूरत रिश्ता है।
कंटेस्टेंट्स को क्या संदेश देना चाहेंगी?
यही कि परफॉर्म करते समय एंजॉय करें। मैं सभी को शुभकामनाएं देती हूं और उम्मीद करती हूं कि वो इस सीजन में बेहतर करेंगे।