अग्निपथ : रीमेक, जो रीमेक नहीं है

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रितिक-प्रियंका की "अग्निपथ" भले ही जनवरी में रिलीज हो रही है, लेकिन इस फिल्म ने उत्सुकता जरूर कायम कर दी है। ऐसा होना स्वाभाविक भी ै, क्योंकि पुरानी "अग्निपथ" का ारोमदार अमिताभ बच्चन के कंधों पर था और अब नई "अग्निपथ" का मोर्चा रितिक संभाल रहे हैं, तो ऐसे में दोनों फिल्मों की तुलना भी की जाएगी। फिल्म के कई पहलुओं में अंतर समझने का प्रयास किया जाएगा।

यश जौहर निर्मित "अग्निपथ" बॉक्स ऑफिस पर अपना कमाल नहीं दिखा पाई थी। संभवतः उसकी एक मुख्य वजह यह थी कि अमिताभ ने अपनी आवाज में बदलाव लाकर डबिंग की थी जिससे दर्शकों को कई संवाद समझ में नहीं आए। बात में अमिताभ ने अपनी मूल आवाज में डबिंग की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। टीवी पर इस फिल्म को काफी सराहा गया।

अमिताभ की एक्टिंग सभी को पसंद आई। शायद इसी से प्रेरणा लेकर करण जौहर ने इस फिल्म का रीमेक बनाने की सोची। हो सकता है कि अब की बार सफलता हासिल कर वे अपने पिता की आत्मा को सुकून पहुँचाना चाहते हों या उस सपने को पूरा करना चाहते हों जो उनके पिता ने देखा था।

रीमेक में रितिक रोशन को लिया गया है, हालाँकि अमिताभ के जूते का साइज रितिक के पैरों के लिए बहुत बड़ा है। वैसे रितिक भी काबिल अभिनेता हैं। वे अपने किरदार और फिल्मों के लिए अथक परिश्रम करते हैं। विजय दीनानाथ चौहान के किरदार में वे अपने तरीके से रंग भरेंगे। पुरानी "अग्निपथ" में काँचा चीना के रोल में डैनी ने खौफ पैदा किया था। अब यह जिम्मेदारी निभाएँगे संजय दत्त। फिल्म का निर्देशन करण मल्होत्रा ने किया है।

इधर रितिक रोशन ने कहा है कि यह फिल्म "रीमेक नहीं" बल्कि "कुछ और" है। रितिक कहते हैं कि मैं इस फिल्म से जुड़कर काफी खुश हूँ। मैंने कभी भी रीमेक फिल्म करने में रुचि नहीं दिखाई है और मुझे नहीं लगता है कि मैं कभी ऐसा करूँगा। लेकिन जब करण मल्होत्रा ने स्पेन में पटकथा के बारे में बताया तो मैं अपनी पहले की धारणा को भूल गया। इसमें सब कुछ नया मालूम पड़ता है। मैंने उनसे कहा कि यह तो नई पटकथा है!

"तीस मार खां" से आइटम नंबर में शोहरत बटोरने वाली कैटरीना कैफ "अग्निपथ" में भी आइटम नंबर पर परफॉर्म करती नजर आएगी। संजय दत्त और कैटरीना पर फिल्माया जाने वाला आइटम नंबर "हम" के सुपरहिट गीत "जुम्मा चुम्पा" से प्रभावित होगा। बताते हैं कि संजय दत्त ने गाने पर रिहर्सल करने के लिए दो सप्ताह की छुट्टी ली थी।

यह भी कहा जा रहा है कि इस फिल्म में संजय दत्त का किरदार काफी खतरनाक है और इसके लिए उन्होंने जमकर मेहनत भी की है, जिससे कारण जौहर काफी प्रभावित हुए। फिल्म की शूटिंग देर-देर रात तक चलती रही है। शूटिंग देर रात खत्म होती और सुबह जल्दी शुरू हो जाती थी। बावजूद इसके मात्र संजय दत्त ही ऐसे अभिनेता हैं जो शूटिंग से देर रात लौटते के बावजूद सुबह हमेशा सेट पर टाइम पर पहुँच जाते।

संजय बाबा की इस मुस्तैदी से करण जौहर बड़े खुश हो गए और दूसरे लोगों को भी संजय दत्त की तरह बनने की सीख देते रहे। एक और दिलचस्प बात होगी कि इस फिल्म में ऋषि कपूर पर्दे पर निगेटिव शेड में दिखाई देंगे।

करण जौहर कहते हैं कि उनकी यह फिल्म पुरानी "अग्निपथ" का रीमेक नहीं है बल्कि यह तो मुकुल आनंद और यश जौहर को हमारी श्रद्धांजलि है। अमिताभ बच्चन उन लोगों में से हैं जिन्हें मैं सबसे पहले फिल्म दिखाना चाहूँगा और मुझे यकीन है कि उन्हें यह फिल्म जरूर पसंद आएगी। बता दें कि करण के पिता, निर्माता-निर्देशक यश जौहर ने 1990 में अग्निपथ बनाई थी जिसका निर्देशन मुकुल आनंद ने किया था।

फिल्म बदले की कहानी थी जिसमें अमिताभ बच्चन एक गैंगस्टर बने थे और इसमें काफी हिंसा थी। करण कहते हैं कि मैं "अग्निपथ" जैसी मार-धाड़ वाली फिल्म का निर्देशन नहीं कर सकता, इसलिए करण मल्होत्रा को निर्देशन की जिम्मेदारी सौंपी। मेरी फिल्मों में एक्शन का सिर्फ एक ही वाक्या रहा है जब "कभी खुशी कभी गम" में अमिताभ बच्चन रितिक रोशन को थप्पड़ मारते हैं। एक्शन या हिंसा की बात करें तो "अग्निपथ" के रीमेक में एक थप्पड़ से कहीं ज्यादा हिंसा है, लेकिन जब से मैं 1998 में धर्मा प्रोडक्शन से जुड़ा हूँ, हमने ऐसी फिल्म नहीं बनाई है।

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