आइरा ने लिखा, मुझे एंग्जाइटी अटैक्स आने लगे हैं। मुझे बहुत घबराहट होती है और मैं कभी भी रो पड़ती हूं। मुझे नहीं पता कि पैनिक अटैक क्या होता है। जहां तक मैं इसे समझती हूं तो इसकी वजह से शारीरिक लक्षण धड़कन बढ़ना, सांस फूलना, रोने जैसी चीजें होती हैं और धीरे-धीरे ये सब बढ़ता जाता है। ऐसा लगता है कि कुछ भयानक होने वाला है। ये बहुत डरावना एहसास होता है।
उन्होंने लिखा, इस स्थिति में अक्सर लोगों को अत्याचार महसूस होने लगता है। अब मैं सच में सोना चाहती हूं, लेकिन एंग्जाइटी अटैक्स के कारण मैं सो नहीं पाती। मैं अब डर को पहचानने की कोशिश करने लगी हूं, लेकिन जब भी ये डर आता है तो रुकने का नाम ही नहीं लेता। ऐसे में मुझे नुपुर शिखरे से बात करने पर ब्रीदिंग से बहुत राहत मिलती है, कम से कम कुछ वक्त के लिए तो।