इस फिल्म को लेकर रोहित शेट्टी ने कहा कि राकेश मारिया ने कई वर्षों तक आतंक को देखा है। उन्होंने अपने जीवन काल में 1993 में मुंबई में हुए विस्फोटों से लेकर अंडरवर्ल्ड के कई खतरों का सामना किया है। एक सच्चे असली हीरो की बहादुरी और निडरता की कहानी स्क्रीन पर लाकर गौरवांवित महसूस कर रहा हूं।