'कथा अनकही' में अपना किरदार निभाने के लिए अदिति देव शर्मा ले रही हैं अपने मातृत्व से प्रेरणा

WD Entertainment Desk
रविवार, 11 दिसंबर 2022 (12:37 IST)
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का ताजातरीन शो 'कथा अनकही', जो कि सुपरहिट तुर्की सीरीज़ '1001 नाइट्स' (बिनबिर गेस) का हिंदी रीमेक है, एक ऐसे ज़ख्म से जुड़ी पछतावे की प्रेम कहानी है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता और यही ज़ख्म कथा (अदिति देव शर्मा) और विआन (अदनान खान) के बीच दरार पैदा कर देता है। 

 
वर्तमान एपिसोड्स में दिखाया जा रहा है कि कथा, जो कि एक कामकाजी महिला है, अपने बेटे आरव (अजिंक्य मिश्रा) की खातिर अलग-अलग नौकरियां कर रही हैं क्योंकि उनका बेटा ब्लड कैंसर से जूझ रहा है। आरव की सर्जरी के लिए दिन-रात मेहनत करने के बावजूद कथा हर चीज़ को बड़े पॉजिटिव तरीके से डील करती हैं। लेकिन जैसे ही उन्हें लगने लगता है कि अब सबकुछ ठीक हो रहा है, डॉक्टर उन्हें एक बुरी खबर देते हैं कि उनके बेटे की सर्जरी के लिए उन्हें एक हफ्ते के अंदर एक करोड़ 48 लाख रुपयों का इंतजाम करना होगा।
 
कहानी में आगे कथा अपने बच्चे की सलामती के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देगी। इसके साथ ही कथा विआन के साथ अपना आर्किटेक्चर प्रोजेक्ट भी हाथ से जाने नहीं देना चाहती है क्योंकि इस प्रोजेक्ट से भी उन्हें पैसे जुटाने में मदद मिलेगी। अपने सफर के दौरान कथा को अपने ऑफिस में और अपने ससुराल वालों के चलते बहुत-सी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन आखिर कथा वक्त से लड़कर एक करोड़ रुपए का इंतजाम कैसे करेगी? अपने बेटे को बचाने के लिए कथा किस हद तक जाएगी?
 
अदिति देव शर्मा अपनी असल ज़िंदगी में भी एक 3 साल के बेटे की मां हैं और कथा का रोल निभाने के लिए उन्होंने अपने खुद के मातृत्व भाव से प्रेरणा ली। अदिति देव शर्मा बताती हैं, जब मुझे यह कहानी सुनाई गई तब मुझे अपने दिल की गहराइयों में कथा का दर्द महसूस हुआ। मैं खुद भी एक मां हूं और मैं अपने बेटे को बचाने के लिए कथा की पैसों की सख्त जरूरत को समझ सकती हूं। 
 
उन्होंने कहा, एक मां के लिए उसका बच्चा सबसे अनमोल होता है और वो उसके लिए कुछ भी कर सकती है। कथा के साथ भी यही मामला है, जो अपने बच्चे की सलामती के लिए हर हद से गुजर सकती है। पर्दे पर एक मां के प्यार और देखभाल को दर्शाने के लिए मैं अपने रील लाइफ बेटे आरव के साथ भी वैसा ही रिश्ता बनाने की कोशिश करती हूं। एक अकेली मां के लिए ये आसान नहीं होता, कि वो काम भी करे और अपने बच्चे का ख्याल भी रखे, खासतौर पर तब, जब उनके बच्चे को खास देखभाल की जरूरत होती है। 
 
अदिति ने कहा, मैं उन सभी मांओं को सलाम करती हूं, जो कथा की तरह सुपरवुमन हैं, जो अपने बच्चे के लिए बाहर से नरम लेकिन अंदर से मजबूत होती हैं और मुस्कुराते हुए ज़िंदगी की हर मुश्किल का डटकर सामना करती हैं। कथा हताश है, लेकिन वो हार नहीं मानेगी और अपने बेटे के लिए आखिरी तक लड़ती रहेगी। 
 
आने वाले ट्रैक में अपने बेटे को ज़िंदा रखने के लिए एक मां का संघर्ष दिखाया जाएगा, जहां कथा पैसों का इंतजाम करने के लिए हर दरवाजा खटखटाती है। लेकिन वो इसके लिए किस हद तक जाएगी, यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा। यह एक चैलेंजिंग रोल है और मुझे खुशी है कि मुझे इस रोल को निभाने का मौका मिला। मैं जानती हूं कि एक मां के रूप में कथा का किरदार तुरंत सबसे जुड़ जाएगा।
Edited By : Ankit Piplodiya

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