अजीत राय का निधन: सिनेमा की दुनिया ने एक सच्चा मार्गदर्शक खो दिया, वेबदुनिया से रहा खास रिश्ता

WD Entertainment Desk

गुरुवार, 24 जुलाई 2025 (12:53 IST)
23 जुलाई 2025 को लंदन से आई एक दुखद खबर ने भारतीय फिल्म पत्रकारिता और सिनेमा प्रेमियों को स्तब्ध कर दिया। वरिष्ठ फिल्म पत्रकार, आलोचक और लेखक अजीत राय का निधन हो गया। दशकों से भारतीय और अंतरराष्ट्रीय सिनेमा की बारीकियों को शब्दों में पिरोने वाले अजीत रॉय ने अपनी लेखनी और विचारों से सैकड़ों नहीं, बल्कि हजारों पाठकों की सिनेमाई दृष्टि को नया आयाम दिया।
 
हर फिल्म में खोजते थे सामाजिक, कलात्मक और वैश्विक संदर्भ
अजीत राय सिर्फ फिल्में देखने या समीक्षा करने वाले व्यक्ति नहीं थे, बल्कि वो सिनेमा को एक सांस्कृतिक, राजनीतिक और कलात्मक दस्तावेज की तरह पढ़ते और समझते थे। चाहे वो भारतीय सिनेमा हो, विश्व सिनेमा, थिएटर या दृश्य-कला, उनकी लेखनी हर विषय में गहराई से उतरती थी। उन्होंने उन फिल्मों पर भी लिखा जो आम भारतीय दर्शक की पहुंच से बाहर थीं लेकिन विश्व सिनेमा में चर्चा का केंद्र रहीं।
 
रायपुर से लेकर कान फिल्म फेस्टिवल तक, हर मंच पर मौजूदगी
सिनेमा के हर छोटे-बड़े मंच पर उनकी उपस्थिति महसूस की जाती थी। रायपुर फिल्म फेस्टिवल से लेकर प्रतिष्ठित कान फिल्म फेस्टिवल तक, वे हमेशा एक्टिव रहे। उन्होंने इन मंचों से न केवल फिल्मों की समीक्षाएं लिखीं बल्कि फेस्टिवल की सांस्कृतिक और सामाजिक परतों को भी पाठकों के सामने खोला।
 
वेबदुनिया से रहा खास रिश्ता
वेबदुनिया हिंदी के पाठकों के लिए अजीत राय एक जाना-पहचाना नाम थे। कान फिल्म फेस्टिवल से उन्होंने लगातार रिपोर्टिंग करते हुए कई ऐसे आलेख भेजे जो न केवल फिल्मों की समीक्षा थे बल्कि पाठकों को एक गहरी समझ भी प्रदान करते थे कि एक फिल्म को कैसे देखा जाए, समझा जाए और मूल्यांकित किया जाए।
 
युवा पत्रकारों और छात्रों के लिए थे प्रेरणा स्रोत
अपने लंबे करियर में अजीत रॉय ने युवा पत्रकारों और फिल्म के छात्रों को तैयार करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने न सिर्फ मार्गदर्शन किया बल्कि उन्हें यह भी सिखाया कि एक फिल्म समीक्षक केवल समीक्षा नहीं करता, बल्कि वह दर्शक की सोच को नया आकार देता है।
 
राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश ने जताया शोक
राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश जी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर अजीत राय के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा- “वरिष्ठ पत्रकार, मशहूर फिल्म समीक्षक अजीत राय जी के आकस्मिक निधन की खबर मिली। विश्वास नहीं हो रहा। उनसे पुराना आत्मीय संबंध रहा। कुछ माह पहले ही एक आयोजन में उनसे मुलाकात हुई थी। अजीत जी की आत्मा की शांति की कामना।”
 
एक अधूरी विरासत लेकिन अमिट प्रभाव
अजीत राय अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी लेखनी, उनके विचार और उनकी आलोचनात्मक दृष्टि आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा एक मार्गदर्शक रहेगी। उन्होंने जो शब्द छोड़े हैं, वे आने वाले वर्षों तक फिल्म के विद्यार्थियों, पत्रकारों और दर्शकों को प्रेरित करते रहेंगे।

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