तेलंगाना हाई कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी है। दरअसल, फिल्म की कहानी फुटबॉलर अखिलेश पॉल की जिंदगी पद आधारित है। हैदराबाद के फिल्ममेकर नंदी चिन्नी ने दावा किया कि उनके पास अखिलेश पर फिल्म बनाने के राइट्स हैं।
नंदी ने याचिका में अखिलेश पर भी धोखाधड़ी का आरोप लगाया। नंदी के मुताबिक, अखिलेश ने उनसे कहा था कि उन्होंने 'झुंड' के मेकर्स को सिर्फ डॉक्यूमेंट्री बनाने के राइट्स दिए थे, लेकिन 'झुंड' के मेकर्स ने उन्हें बताया था कि अखिलेश ने ही उन्हें फिल्म के राइट्स दिए हैं।
नागपुर की एक बस्ती में पैदा हुए अखिलेश पहले नशे के आदी थे। वह हमेशा गैंगस्टर बनने का सपना देखते थे। हालांकि, फुटबॉल के लिए उनके मन में खास लगाव था। एक बार उनकी जिंदगी में कुछ ऐसे मोड़ आए कि वह गलत रास्तों को छोड़ फुटबॉल खेलने लगे। जिसमें उन्हें कोच विजय बर्से का साथ मिला।
अखिलेश 2010 में ब्राजील होमलेस फुटबॉल वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के कप्तान रह चुके हैं। बता दें कि फिल्म में अमिताभ को कोच विजय बर्से का किरदार निभाते हुए देखा जाएगा। जो NGO सॉकर स्लम फाउंडेशन के संस्थापक भी हैं। विजय खासतौर पर स्लम के बच्चों को फुटबॉल सिखाते हैं। उनका मानना है कि इसकी वजह से वह बुरी संगत से दूर रहेंगे। उन्होंने ही इसी स्लम में अखिलेश पॉल जैसे एक काबिल फुटबॉल प्लेयर को खोज निकाला था।
गौरतलब है कि इस फिल्म से नागराज मंजुले बॉलीवुड में कदम रखने जा रहे हैं। फिल्म में 'सैराट' के कलाकार रिंकू राजगुरु और आकाश ठोसर भी अहम किरदारों में नजर आने वाले हैं। वहीं इसका प्रोडक्शन भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, राज हीरेमथ, सविता राज और नागराज ने किया है।